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मोहम्मद अल फ़याद: हैरड्स के मालिक पर कई महिलाओं के रेप के आरोप का पूरा मामला क्या है?

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BBC मोहम्मद अल फ़याद (फ़ाइल फ़ोटो)

प्रिंसेस ऑफ वेल्स डायना के साथ कार हादसे में मारे गए डोडी अल फ़याद के पिता मोहम्मद अल फ़याद एक बार फिर सुर्खियों में हैं. लेकिन ग़लत वजहों से.

मशहूर ब्रिटिश लग्ज़री डिपार्टमेंटल स्टोर हैरड्स के पूर्व मालिक मोहम्मद अल फ़याद पर महिलाओं के यौन शोषण के आरोप लग रहे हैं.

पाँच महिलाओं ने कहा है कि लंदन के हैरड्स स्टोर में काम करने के दौरान मोहम्मद अल फ़याद ने उनके साथ रेप किया था.

बीबीसी ने हैरड्स स्टोर में काम कर चुकीं 20 महिला कर्मचारियों की गवाहियां सुनी हैं.

इन महिलाओं का कहना है कि मोहम्मद अल फ़याद ने या तो उन पर यौन हमला किया या उनके साथ रेप किया.

image BBC

मोहम्मद अल फ़याद अब इस दुनिया में नहीं हैं. 2023 में 94 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. लेकिन मरने के बाद भी उनके नाम पर रेप जैसा गंभीर आरोप चस्पां हो गया है.

इस मामले पर बनाई गई डॉक्यूमेंट्री और पॉडकास्ट - 'अल-फ़याद- द प्रीडेटर एट हैरड्स ' ने जो सुबूत जुटाए हैं, उनसे पता चलता है कि मोहम्मद अल फ़याद के मालिक रहते हैरड्स ना सिर्फ़ इस तरह के मामले रोकने में नाकाम रहा बल्कि उसने यौन दुर्व्यवहार के आरोपों को छिपाने में भी मदद की.

हैरड्स के मौजूदा मालिकों ने कहा है कि वो उन आरोपों से स्तब्ध हैं. स्टोर ने इसके लिए माफ़ी मांगी है.

यौन दुर्व्यवहार की शिकार कई महिलाओं की पैरवी करने वाली लीगल कंपनी के बैरिस्टर ब्रुस ड्रमोन्ड ने कहा, ''हैरड्स में भ्रष्टाचार के मकड़जाल और इस तरह के दुर्व्यवहार पर विश्वास नहीं होता. ये बहुत ही भयावह हैं.''

इस आर्टिकल के छपने के साथ ही हैरड्स की कई पूर्व कर्मचारियों ने बीबीसी से संपर्क कर कहा है कि मोहम्मद अल फ़याद ने उन पर भी यौन हमले किए थे.

हैरड्स स्टोर की पूर्व महिला कर्मचारियों के साथ यौन दुर्व्यवहार की घटनाएं लंदन, पेरिस, सेंट ट्रोपेज़ और अबु धाबी में हुई थीं.

इस हादसे की शिकार महिलाओं में से एक ने कहा, ''मैंने ये साफ़ कर दिया था कि ऐसा नहीं होने दूंगी. मैंने अपनी सहमति नहीं दी थी. मैं चाहती थी कि ये सब यहीं ख़त्म हो जाए.''

इस महिला ने बताया कि मोहम्मद अल फ़याद ने उनके साथ पार्क लेन के अपने अपार्टमेंट में रेप किया था.

एक और महिला ने कहा कि फ़याद ने उनके साथ मेफे़यर में रेप किया था. उस समय वो किशोरी थीं.

उन्होंने कहा,''मोहम्मद अल फ़याद एक राक्षस था. यौन हमला करने वाला दरिंदा, जिसमें कोई नैतिकता नहीं थी.''

उन्होंने कहा कि हैरड्स का सारा स्टाफ उनका 'खिलौना' था.

उन्होंंने कहा, ''हमें बिल्कुल डरा कर रखा गया था. वो पूरी तैयारी के साथ डर फैलाते थे. खौफ़ इतना था कि वो अगर कहें कि कूद जाओ तो हम पूछते थे कि कितनी ऊंचाई से.''

मोहम्मद अल फ़याद पर यौन हमलों के आरोप तब भी लगे जब वो जीवित थे. अब मरने के बाद भी वो ऐसे ही आरोपों से घिर गए हैं. लेकिन इससे पहले इस पैमाने पर और इतने गंभीर आरोप नहीं लगे थे.

बीबीसी का मानना है कि इन महिलाओं के अलावा कई और महिलाएं हैं, जिन पर मोहम्मद अल फ़याद ने यौन हमला किया था.

महिलाओं ने क्या कहा? image Getty Images मोहम्मद अल फ़याद का ब्रिटेन के शाही परिवार से संपर्क रहा है

फ़याद का कारोबारी सफ़र मिस्र के अलेक्ज़ेंड्रिया की गलियों से शुरू हुआ था. वो इन गलियों में घूम-घूम कर कोल्ड ड्रिंक्स बेचा करते थे.

लेकिन सऊदी अरब के एक करोड़पति हथियार डीलर की बहन से शादी ने उनकी किस्मत बदल दी. इस शादी ने उन्हें नए कनेक्शन बनाने और एक बड़ा बिज़नेस साम्राज्य खड़ा करने में मदद की.

मोहम्मद अल फ़याद 1974 में ब्रिटेन पहुंच गए थे. जब 1985 में उन्होंने हैरड्स की कमान अपने हाथों में ली तब तक जानी-मानी हस्ती बन चुके थे.

1900 और 2000 के दशक में वो नियमित तौर पर प्राइम टाइम टीवी चैट और एंटरटेनमेंट शो में बतौर मेहमान दिखते थे.

इस बीच उनके बेटे डोडी की दोस्ती प्रिसेंस ऑफ वेल्स डायना से परवान चढ़ने लगी थी. लेकिन 1997 में एक कार हादसे में दोनों की मौत हो गई. नई पीढ़ी को यह कहानी नेटफ्लिक्स पर प्रसारित बेहद हालिया दो सिरीजों के ज़रिये पता चली.

मगर जिन महिलाओं से हमने बात की उन्होंने कहा कि मोहम्मद अल फ़याद की छवि एक ख़ुशमिजाज और मिलनसार शख़्स की थी. लेकिन ये सचाई से कोसों दूर थी.

इनमें से एक महिला सोफिया ने कहा, ''मोहम्मद अल फ़याद घिनौना शख्स़ था. उन्होंने कहा कि मोहम्मद अल फ़याद ने उनका एक से अधिक बार रेप करने की कोशिश की.''

सोफिया ने 1988 से 1991 तक उनके पीए के तौर पर काम किया था.

वो कहती हैं, ''जब मोहम्मद अल फ़याद को ख़ुशमिजाज और मिलनसार शख़्स बताया जाता है तो मुझे ग़ुस्सा आता है.''

जब ये डॉक्यूमेंट्री फिल्माई जा रही थी तो कुछ महिलाओं ने गुमनाम न रहने का फ़ैसला किया. कुछ ने आंशिक तौर पर अपनी पहचान छिपाई.

बीबीसी उपनाम का इस्तेमाल न करने पर राजी हो गया. कुछ महिलाओं ने गुमनाम रहने के विकल्प का इस्तेमाल किया. उनसे बातचीत के बाद जो सुबूत सामने आए, उनसे मोहम्मद अल फ़याद की यौन पिपासा और उनके यौन दुर्व्यवहार में एक पैटर्न दिखता है.

हैरड्स में काम कर चुके कुछ पुरुष और महिला कर्मचारियों ने बताया कि फ़याद नियमित तौर पर अपने डिपार्टमेंटल स्टोर के विशाल सेल्स फ्लोर पर पहुँच जाते थे.

वहाँ पहुँचते ही वो अपने हिसाब से फ्लोर पर काम करने वाली आकर्षक युवा महिलाओं की पहचान कर लेते थे. फिर उनका दर्जा बढ़ा कर उन्हें ऊपरी मंजिल पर मौजूद फ़याद के दफ़्तर में काम करने के लिए भेज दिया जाता था.

महिला कर्मचारियों पर यौन हमले या तो हैरड्स के दफ्तरों या फिर लंदन स्थित अपार्टमेंट में होते थे.

विदेश दौरों पर ये हमले पेरिस के रिट्ज होटल में भी होते थे. फ़याद ही रिट्ज के मालिक थे. उनके विंडसर विला स्थित घर में भी ये हमले हुए.

कुछ दूसरे पूर्व कर्मचारियों ने हमें बताया कि उन्हें मालूम था कि हैरड्स में क्या हो रहा है.

एलिस (बदला हुआ नाम) नाम की एक पूर्व कर्मचारी ने कहा, ''उस बंद दरवाज़े (हैरड्स के दफ़्तर के दरवाज़े) से गुज़रते हुए हम एक दूसरे को देखते और सोचते थे, बेचारी लड़की, आज इसका दिन है. हम ख़ुद को बड़े लाचार महसूस करते थे. सोचते थे कि हम इतने कमज़ोर हैं कि ये सब रोक नहीं पा रहे हैं.''

‘उसने मेरा रेप किया’ image Getty Images हैरड्स स्टोर ने 2023 में यौन उत्पीड़न झेलने वाली महिलाओं के दावों को निपटाना शुरू किया

राशेल (बदला हुआ नाम) ने 1990 के दशक में हैरड्स में पीए के तौर पर काम किया था.

उन्होंने बताया कि एक रात काम के बाद उन्हें फ़याद के लग्जरी अपार्टमेंट में बुलाया गया.

अपार्टमेंट लंदन के हाइड पार्क की दूसरी ओर मौजूद पार्क लेन के एक बड़े ब्लॉक में था. बिल्डिंग सिक्योरिटी गार्ड्स से घिरी थी. इसमें हैरड्स के कर्मचारियों से भरा एक ऑन-साइट ऑफिस था.

राशेल कहती हैं कि फ़याद ने उन्हें बिस्तर पर बैठने को कहा और अपना हाथ उनके पैर पर रख दिया. साफ़ था कि वो क्या चाहते थे.

वो कहती हैं, ''मुझे अपने ऊपर उनकी देह की मौजूदगी का अहसास याद है. उनके मुंह से आवाज़ निकल रही थी. ये आवाज़ मेरे सिर के ऊपर से गुज़र रही थी.’’

''उन्होंने मेरे साथ रेप किया था.''

बीबीसी ने 13 महिलाओं से बात की, जिन्होंने कहा कि फ़याद ने उन पर 60, पार्क लेन में यौन हमला किया. राशेल समेत चार महिलाओं ने कहा कि फ़याद ने उनके साथ रेप किया था.

फ़याद के यौन हमले की पीड़ित सोफिया ने पूरे हालात के बारे में इस तरह बताया जैसे मानो वो कभी ना ख़त्म होने वाला कोई बुरा सपना हो

उन्होंने कहा, ''मैं हैरड्स नहीं छोड़ सकी. मेरे पास मां-बाप का कोई घर नहीं था, जहां मैं लौट सकूं. मुझे किराया भी देना था. मुझे इन सबसे गुज़र जाना था. लेकिन मैं ये भी नहीं चाहती थी. ये भयावह था. मेरा दिमाग़ पूरी तरह फटने लगा था.''

जेमा ने 2007 से 2009 तक फ़याद के पीए के तौर पर काम किया था. उनका कहना है कि विदेश के वर्क ट्रिप पर फ़याद का व्यवहार और डरावना हो गया था.

उन्होंने कहा कि पेरिस के बोई डे बॉलोन के विला विंडसर में फ़याद ने उनके साथ रेप किया था.

उन्होंने बताया कि अपने बेडरूम में अपने बिस्तर पर चौंक कर उठीं. फयाद उनके बिस्तर के आगे खड़े थे. सिर्फ एक सिल्क ड्रेसिंग गाउन पहने. इसके बाद फ़याद ने उनके बिस्तर में घुसने की कोशिश की

जेमा ने बताया, ''मैंने उनसे कहा, मैं ऐसा नहीं चाहती और वो मुझे बिस्तर पर गिराने की कोशिश करते रहे. एक बार वो मेरे ऊपर लगभग चढ़ ही गए. मैं हिल नहीं पाई. बिस्तर पर मैं औंधे मुंह पड़ी थी और फ़याद मेरे शरीर पर हावी हो गए थे.''

उन्होंने कहा कि फ़याद के रेप करने के बाद वो रोने लगीं जबकि फ़याद उठ कर गुस्से में बोले, ''डेटॉल से अपना शरीर साफ़ कर लो.''

आठ दूसरी महिलाओं ने भी बताया कि फ़याद ने पेरिस में अलग-अलग इमारतों में यौन हमला किया. पांच महिलाओं ने इन हमलों को रेप की कोशिश बताया.

‘खुला रहस्य’ image BBC मोहम्मद अल फ़याद

1994 से 2004 तक हैरड्स में बतौर डिपार्टमेंट मैनेजर काम कर चुके टोनी लीमिंग ने बताया, ''मैं जब सेल्स फ्लोर में काम करता था तो मुझे महिलाओं के साथ होने वाले यौन दुर्व्यवहार के बारे में पता था. ये एक खुला रहस्य था.''

उन्होंने कहा कि उन्हें यौन हमले या रेप जैसे ज़्यादा गंभीर आरोपों की जानकारी नहीं थी.

उन्होंने कहा, ''और मुझे लगता है कि अगर मुझे पता था, तो हर कोई ये बात जानता था. जो ये कहता है कि मुझे नहीं मालूम तो माफ़ करें वो झूठ बोल रहा है.''

लीमिंग की बातों का फ़याद की सिक्योरिटी टीम के पूर्व सदस्यों ने भी समर्थन किया है.

1989 से 1995 तक सिक्योरिटी के डिप्टी डायरेक्टर रहे एमन कोएल ने कहा, ''हम जानते थे कि फ़याद को युवा लड़कियां बहुत पसंद है.''

स्टीव नहीं चाहते कि हम उनका उपनाम इस्तेमाल करें.

उन्होंने बताया, ''मैंने 1994-95 के बीच फ़याद के लिए काम किया था. सुरक्षा कर्मचारी जानते थे कि कुछ महिला कर्मचारियों के साथ हैरड्स और पार्क में कुछ खास हो रहा है.''

कई महिलाओं ने हमें बताया कि जब उन्होंने सीधे फ़याद के लिए काम करना शुरू किया तो उन्हें मेडिकल परीक्षण से गुजरना पड़ा था. डॉक्टरों ने उन परीक्षणों के दौरान उनके शरीर मे कुछ औजार भी घुसाए थे.

फ़याद के साथ सीधे काम करने को एक फायदे के तौर पर पेश किया गया. लेकिन बहुतों का पता था कि इस तथाकथित तरक्की के दौरान उनके साथ क्या होने वाला है.

2005 में कैथरीन एग्जीक्यूटिव असिस्स्टेंट थीं. उन्होंने कहा, ''किसी को ये जानने का क्या फ़ायदा कि किसी का यौन स्वास्थ्य ठीक है कि नहीं जब तक कि आप उसके साथ सोने नहीं जा रहे हैं. ये सब अब मुझे बड़ा भयावह लगता है.''

'डर की संस्कृति' image Getty Images 'मोहम्मद अल फ़याद ने हैरड्स में डर की संस्कृति फैला रखी थी'

हमने जिन महिलाओं से बात की, उन्होंने बताया कि उन्हें उस दौरान डर लगता था. इसकी वजह से वो इन घटनाओं के ख़िलाफ़ बोल नहीं सकी थीं.

सराह (बदला हुआ नाम) ने कहा, ''निश्चित तौर पर पूरे स्टोर में डर की संस्कृति थी. सबसे छोटे से लेकर सबसे वरिष्ठ कर्मचारी तक,सब डरे हुए थे.''

कुछ दूसरे कर्मचारियों ने बताया कि उनका मानना है कि हैरड्स में लोगों के फोन टेप किए जाते थे. महिलाएं फ़याद के दुर्व्यवहार के बारे में एक दूसरे से बात करने में डरती थीं. उन्हें डर था कि कैमरे उन्हें ये बात करते हुए पकड़ सकते हैं.

सिक्योरिटी के डिप्टी डायरेक्टर इमोन कोएल ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने कहा कि उनके काम का एक हिस्सा रिकॉर्डेड कॉल के टेप सुनना था. एग्जेक्यूटिव सुइट्स समेत में पूरे स्टोर में रिकॉर्ड करने वाले कैमरे लगाए गए थे.

फ़याद ने हर उस शख़्स की रिकार्डिंग कराई, जिसकी वो कराना चाहते थे.

हैरड्स ने अपने एक बयान में बीबीसी से कहा है, ''ये ताक़त का बेजा इस्तेमाल करने की ख्वाहिश रखने वाले शख्स का काम था. हमने इसकी कड़ी निंदा की है.''

इसमें कहा गया है, "आज हैरड्स 1985 और 2010 के बीच फयाद के मालिकाना हक और नियंत्रण वाली कंपनी से बिल्कुल अलग कंपनी है. आज हैरड्स में हर काम के केंद्र में कंपनियों के कर्मचारियों की बेहतरी है.’’

फ़याद की मौत से पहले भी उनकी कलई खोलने की कई कोशिश हुई. 1995 में वैनिटी फे़यर मैगजीन ने एक आर्टिकल लिख कर कहा था कि हैरड्स में नस्ली भेदभाव, कर्मचारियों पर निगरानी और उनके साथ यौन दुर्व्यवहार होता है. इस पर उसे मानहानि का मुक़दमा झेलना पड़ा.

बाद में फ़याद का मैगजीन से समझौता हो गया है. समझौता हैरड्स के ही एक सीनियर अधिकारी ने कराया था. मुक़दमा वापस ले लिया गया.

1997 में, आईटीवी की 'द बिग स्टोरी' ने यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ समेत गंभीर यौन उत्पीड़न की स्टोरी की थी.

बीबीसी के एक इन्वेस्टिगेशन से पता चला था कि ऐली नाम की एक महिला ने 2008 में अपने ऊपर हमले के बारे में पुलिस में रिपोर्ट की थी. उस समय वो 15 साल की थीं. ये घटना हेडलाइन बनी थी. लेकिन ये आरोप में तब्दील नहीं हो पाई.

2017 में, चैनल 4 ने एक महिला के साथ छेड़छाड़, हमला और उत्पीड़न के आरोपों की ख़बर प्रसारित की थी. पहली बार किसी महिला ने सामने आकर आरोप लगाए थे. इसने कुछ महिलाओं को आगे आने का साहस दिया. फिर 2018 में चैनल 4 न्यूज़ पर इन्वेस्टिगेशन हुई.

2023 में मोहम्मद फ़याद की मौत हो गई और इसके बाद ही अब जाकर कई महिलाओं ने रेप और रेप की कोशिश के बारे में सार्वजनिक तौर पर बोलने की ताक़त महसूस की.

कैश और एनडीए image PA MEDIA माइकल जैक्सन के साथ मोहम्मद अल फ़याद

बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री से पता चलता है कि 2009 में यौन उत्पीड़न के मामले में जेमा से जो समझौता हुआ था, उसमें उन्हें एक ‘नॉन डिस्क्लोजर एग्रीमेंट’ यानी एनडीए पर हस्ताक्षर करने पड़े थे. इसमें समझौते को गुप्त बनाए रखना क़ानूनी तौर पर बाध्यकारी था.

जेमा ने कहा कि उनके साथ रेप होने के बाद उन्होंने एक वकील से संपर्क किया और हैरड्स को बताया कि वह यौन उत्पीड़न की वजह से नौकरी छोड़ रही हैं.

जेमा का कहना है कि उस समय वह फ़याद के हमलों के दायरे और गंभीरता का खुलासा करने में ख़ुद को सक्षम महसूस नहीं पा रही थीं.

हैरोड्स ने उन्हें नौकरी छोड़ने की अनुमति दे दी. हैरड्स ने कहा कि उन्हें सभी सबूतों को नष्ट करने के साथ ही एनडीए पर हस्ताक्षर करने होंगे. इसके बाद उन्हें एकमुश्त राशि दी जाएगी. जेम्मा का कहना है कि सुबूत नष्ट करते समय हैरड्स की एचआर टीम का एक सदस्य वहाँ मौजूद था.

बीबीसी को मालूम चला कि हैरड्स के तत्कालीन सिक्योरिटी डायरेक्टर जॉन मैकनमारा ने महिलाओं को धमकाया था कि वो यौन उत्पीड़न के बारे में न बोलें.

जिन महिलाओं से हमने बात की उनमें से कुछ का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील ब्रुस ड्रमोन्ड और डीन आर्म्सस्ट्रॉन्ग केसी का कहना था कि इस तरह के असुरक्षित माहौल के लिए स्टोर ज़िम्मेदार था.

आर्मस्ट्रांग कहते हैं, "हैरड्स के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले को दबाने के पूरे प्रयास किए थे.’’

इस मामले में कुछ महिलाओं का प्रतिनिधित्व कर रहीं वकील मारिया मुल्ला ने कहा कि उनकी कई मुवक्किल अब आगे आ रही हैं क्योंकि पहले उन्हें डराया गया था.

हैरोड्स ने बीबीसी को बताया, ''चूंकि अल फ़याद पर लगे यौन शोषण के आरोप के बारे में 2023 में नई जानकारी आई इसलिए दावों को जल्द से जल्द निपटाना हमारी प्राथमिकता रही है. इस प्रक्रिया के दायरे में हैरड्स के पूर्व और मौजूदा कर्मचारी दोनों आते हैं.''

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