अफगानिस्तान में एक बार फिर धरती कांप उठी। शनिवार की सुबह आए भूकंप ने लोगों के दिलों में दहशत भर दी। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center For Seismology) की रिपोर्ट के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गई। भूकंप का केंद्र धरती की सतह से 120 किलोमीटर की गहराई में था, जिसके कारण जान-माल का कोई बड़ा नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन स्थानीय लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर भागे। यह घटना भारतीय समयानुसार सुबह 8:54 बजे दर्ज की गई, जिसने एक बार फिर अफगानिस्तान के लोगों को प्रकृति के इस रौद्र रूप का सामना करने को मजबूर कर दिया।
हाल के दिनों में बार-बार भूकंप क्यों?पिछले कुछ दिनों में अफगानिस्तान में भूकंपों की आवृत्ति बढ़ती दिख रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि अफगानिस्तान भौगोलिक रूप से हिमालयन टेक्टॉनिक प्लेट के पास स्थित है, जो इसे भूकंप-प्रवण क्षेत्र बनाता है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center For Seismology) के अनुसार, 19 मई को 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र 140 किलोमीटर की गहराई में था। इसके एक दिन पहले, 18 मई को 4.5 तीव्रता का एक और झटका महसूस किया गया, जिसकी गहराई 150 किलोमीटर थी। 17 मई को भी 4.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। इन लगातार भूकंपों ने स्थानीय लोगों में चिंता बढ़ा दी है।
भूकंप के बाद लोगों की स्थितिशनिवार के भूकंप के बाद, अफगानिस्तान के कई इलाकों में लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लोगों ने अपनी आपबीती साझा की, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे अचानक झटकों ने उन्हें नींद से जगा दिया। हालांकि, अभी तक किसी बड़े नुकसान या हताहत की खबर नहीं आई है, लेकिन बार-बार हो रहे इन भूकंपों ने लोगों के मन में डर पैदा कर दिया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।
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