धमतरी, 8 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिले के 168 शासकीय विद्यालयों में आठ अगस्त को प्रथम पालक शिक्षक बैठक आयोजित किया गया। इसी कड़ी में शहर के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय गोकुलपुर में पालक-शिक्षक बैठक हुई। जिसमें स्कूली बच्चों को बचत की सीख, पुस्तक दान, पौधारोपण, सामुदायिक सहभागिता एवं विद्यार्थियों के लक्ष्य निर्धारण सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा कर अभिभावकों को जागरूक करने का प्रयास किया गया।
राज्य शासन के निर्देश एवं जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में शुक्रवार को जिले के सभी 168 शासकीय विद्यालयों में इस शिक्षा सत्र 2025 – 26 का प्रथम पालक – शिक्षक बैठक आयोजित किया गया।इस बैठक का मुख्य उद्देश्य विद्यालय और अभिभावकों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर बच्चों के शारीरिक, मानसिक और सर्वांगीण विकास में सहयोग सुनिश्चित करना है। इसके तहत सेजस स्कूल गोकुलपुर में आयोजित बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में डा अनिता राजपुरिया प्राचार्य शासकीय नारायण राव मेघावाले कन्या महाविद्यालय उपस्थित थे। इन्होंने कहा कि बच्चों के लक्ष्य प्राप्त करने में शिक्षक के साथ अभिभावक भी सक्रिय भागीदारी निभाएं। बच्चों को नियमित स्कूल भेजने के साथ ही उनकी पढ़ाई पर शिक्षक और अभिभावक विशेष ध्यान दें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के राम सोनी, शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष शारदा साहू, सदस्य विजय साहू, महेश साहू, गोकुलपुर वार्ड के पार्षद गजेंद्र कंवर एवं विद्यालय की प्राचार्य शैलजा पांडेय सहित 100 से अधिक अभिभावक एवं शिक्षक उपस्थित थे। प्राचार्य शैलजा पांडेय ने कहा कि अभिभावकों को जागरूक करने समय – समय पर बैठक आयोजित करते हैं। विद्यार्थियों के पढ़ाई के स्तर को सुधारने में शिक्षकों के साथ अभिभावकों की प्रमुख भूमिका है। विद्यालय के सभी बच्चों को शिक्षा के साथ ही बचत का संस्कार शुरू से दे रहे हैं। वर्तमान में प्राथमिक स्कूल के 180, माध्यमिक के 80 और हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल के लगभग 450 से अधिक बच्चें के पास घर में गुल्लक है। जिसमें वे कुछ न कुछ बचत कर रहे हैं। अभिभावकों एवं शिक्षकों के द्वारा लगभग 351 शिक्षाप्रद पुस्तकें विद्यालय की पुस्तकालय को दान किया गया है। पर्यावरण संरक्षण को लेकर प्राथमिक, माध्यमिक, हाई और हायर सेकेंडरी स्तर पर इको क्लब का गठन किया गया है। स्कूल परिसर में खाली पड़े जगहों पर पौधारोपण किया गया है। इसके साथ ही 126 बच्चों ने अपने घर के आसपास जमीन पर पौधारोपण किया है।
प्राचार्य शैलजा पांडेय ने बैठक में सामुदायिक सहभागिता पर जोर दिया। इसके तहत विद्यार्थियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्वर्गीय जितेंद्र संचेती की स्मृति में उनके स्वजन सुरभि और गौरव मालू रायपुर ने वाटर कूलर दान किया है। धमतरी के निर्मल कुमार साहू द्वारा डिजिटल दीवाल घड़ी, सेवा इंटरनेशनल रायपुर द्वारा योगा मेट, मीना कामड़ी द्वारा शिक्षकों के लिए एक नग लाकर आलमारी एवं चांदी का दीया विद्यालय को दान किया है। इसके साथ ही शिक्षकों की सहभागिता से विद्यालय परिसर में बाउंड्रीवाल कराया गया है। सेजस स्कूल गोकुलपुर में हर साल बच्चों को लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रेरित किया जाता है। स्कूली बच्चे एक पत्र के रूप में अपना नाम, कक्षा और लक्ष्य निर्धारित करते है कि वार्षिक परीक्षा में इतना प्रतिशत अंक लाएंगे। इसके आधार पर इन्हें पढ़ाई के लिए मार्गदर्शन किया जाता है। बच्चों को अनुशासन के साथ मन लगाकर पढ़ाई करने के लिए विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रेरित किया जाता है। स्कूल परिसर में स्थित तीनों स्कूल के सक्रिय विद्यार्थियों को जोड़कर एलुमनी ग्रुप बनाएंगे।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
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