डिंडोरी, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले में अवैध शराब का कारोबार चरम पर है. शराब माफियाओं द्वारा गांव गांव नियमित शराब की आपूर्ति की जा रही है. किंतु पुलिस और आबकारी विभाग तमाम सूचनाओं के बाद भी इन माफियाओं पर कोई बड़ी और प्रभावशाली कार्यवाही नहीं कर पा रहा है. गांव में पहुंच रही अवैध शराब से कई तरह के छोटे बड़े अपराध और विवाद पनप रहे है वहीं Road Accident ओं की संख्या भी बढ़ रही है. किंतु आबकारी विभाग और पुलिस मिलकर भी इन शराब माफियाओं पर शिकंजा नहीं कस पा रही है. इसके पीछे वजह जो भी हो पर अवैध शराब कारोबारियों के सामने जिम्मेदार एजेंसियां पूरी तरह से घुटने टेके दिखाई देती है.
बताया जाता है कि पुलिस और आबकारी विभाग को सूचना देने के बाद भी अवैध शराब के परिवहन को नहीं रोके जाने से नाराज ग्रामीणों और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के युवा पदाधिकारियों ने कई दिनों की मेहनत के बाद मंगलवार को एक शराब से भरे वाहन को पकड़ने में सफलता पाई है. बजाग के पड़रिया डोंगरी में गोगपा के कार्यकर्ताओं ने इस क्षेत्र में अवैध रूप से शराब की आपूर्ति करने वाले बिना नम्बर के बुलेरो वाहन को रोका, जिसका चालक गाड़ी छोड़कर भाग गया. किंतु गाड़ी में बड़ी मात्रा में अंग्रेजी शराब की बोतले और पेटी मिली जिसकी जानकारी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी कार्यकर्ताओं ने बजाग पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने अवैध शराब और शराब परिवहन में उपयोग किए जा रहे वाहन को अपने कब्जे में लेकर जांच प्रारंभ कर दी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार गोंगपा अनु.जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष उपेन्द्र कोरी, ब्लॉक अध्यक्ष प्रशांत मरावी जिला संगठन मंत्री नरेंद्र धुर्वे और जगदीश परस्ते व अन्य कार्यकर्ताओं के सहयोग से शराब लगभग 15 पेटी अग्रेंजी शराब पकड़ी गई. उपेन्द्र कोरी से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें ग्रामीणों से सूचना मिल रही थी कि शराब माफिया द्वारा गाड़सरई से शराब गांव गांव में पहुंचाई जा रही है, जिस पर पुलिस आंख बंद किए है. गोगपा नेताओं ने लगातार निगरानी कर अवैध शराब का परिवहन करने वाले वाहन को चिन्हित कर 28 अक्टूबर को सुबह 8 बजे जब बुलेरो वाहन को पकड़ा तो वाहन चालक और उसका साथी वाहन छोड़कर भागने में सफल रहे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार शराब पकड़ने की मुहिम में लगे गोगपा नेताओं को बरगांव, गाड़सरई की ओर से अवैध शराब निकलने की सूचना पर उन्होंने पड़रिया डोंगरी बजाग में गाड़ी को घेरकर रोका जिसमें बड़ी मात्रा में अवैध शराब बरामद की गई.
पुलिस कार्यवाही पर सवाल
पकड़ी गई शराब कहा से आ रही थी कहा जा रही थी और बिना नम्बर के वाहन के मालिक को खोजना बजाग पुलिस के लिए बहुत बड़ी चुनौती है. मामले की जांच किस अंजाम तक पहुंचती है यह पुलिस की कार्यक्षमता और निष्पक्षता पर निर्भर है.
स्थानीय लोगों का कहना है बजाग पुलिस लगातार वाहनों की जांच कर चालान काटती है पर इस तरह के बिना नम्बर के वाहनों से क्षेत्र में अवैध कारोबार अंजाम दिए जा रहे है और पुलिस इन्हें पकड़ नहीं पा रही है इसकी क्या वजह है. क्षेत्र में अवैध शराब पकड़ने में जब स्थानीय युवा सक्षम है तब पुलिस और आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होते है.
पुलिस से बेखौफ शराब माफियाओं द्वारा दिन दहाड़े अवैध शराब की खेप बजाग पहुंचाई जा रही है पुलिस पूरी तरह से निष्क्रिय है. स्थानीय लोगों की माने तो बजाग मुख्यालय के कई ठिकानों पर अवैध शराब की बिक्री होती है जिस पकड़ने में भी पुलिस नाकाम है जो बजाग पुलिस की क्षमता और सूचना तंत्र पर सवाल खड़े करता है.
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों बजाग थाना क्षेत्र में चल रहे जुए की फड़ पर कार्यवाही हेतु Superintendent of Police ने अन्य थाना क्षेत्र की पुलिस टीम बनाकर विशेष कार्यवाही कर जुए के अड्डे पर कार्यवाही की थी. उसी तरह बजाग में अवैध शराब के खिलाफ भी विशेष मुहिम की जरूरत है जिससे मुख्यालय के अवैध शराब के अड्डों पर कार्यवाही संभव हो सके.
हिन्दुस्थान समाचार/पंकज शुक्ला
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(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा
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