ऊना, 06 मई . भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने शिक्षकों के निलंबन मामले को लेकर प्रदेश सरकार पर जोरदार हमला बोला है. मंगलवार काे एक बयान में सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था है और उस व्यवस्था में हर नागरिक और कर्मचारी को अपनी आवाज उठाने का अधिकार है. लेकिन प्रदेश कांग्रेस सरकार ने तानाशाही रवैया के तहत लोगों की आवाज को दबाने का काम किया है.
उन्होंने कहा कि अपनी समस्याओं को उठाने वाले प्राथमिक शिक्षकों के निलंबन का फैसला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि इस सरकार का कर्मचारियों के प्रति रवैया भी स्पष्ट हो चुका है. वोट हासिल करने के लिए कांग्रेस के नेताओं ने हर वर्ग के साथ लोक लुभावने वायदे किए, लेकिन सत्ता हथियाना के बाद हर वर्ग का दमन करने की नीति के तहत काम किया है.
उन्होंने कहा कि युवा वर्ग नौकरी की उम्मीद में हिमाचल प्रदेश सरकार की तरफ देख रहा है. लेकिन हिमाचल प्रदेश सरकार नौकरियां देने की बजाय लोगों को नौकरियां से निकलने में लगी है. यहां तक की लोगों की जेब पर डाका डालने वाली इस सरकार ने अब कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए पैसे बचाने का काम शुरू कर दिया है और यह है बेहद शर्मनाक है. उ
न्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा इस मामले में पूरी तरह शिक्षकों के साथ है और उनके साथ हो रहे इस अन्याय की कड़े शब्दों में निंदा करती है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ अधिकारी भी नेताओं को खुश करने के चक्कर में लोगों के साथ गलत आचरण कर रहे हैं उन्हें भी याद रखना चाहिए कि सरकार आती जाती रहती है. लेकिन उन्हें नियमित रूप से सभी काम करने होंगे. विधायक ने कहा कि प्रदेश की सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है.
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/ विकास कौंडल
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