– कलेक्टर, एसएसपी एवं जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी पेट्रोल पंपों पर पहुँचकर करेंगे शक्ति दीदियों का उत्साहवर्धन
ग्वालियर, 01 जून . ग्वालियर जिले की जरूरतमंद महिलाएं शक्ति दीदी बनकर महिला सशक्तिकरण की नई इबारत लिख रही हैं. जिले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से कलेक्टर रुचिका चौहान ने शक्ति दीदी के नाम से नवाचार किया है. शक्ति दीदियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस क्रम में आज (एक जून को) शहर के चार विभिन्न पेट्रोल पंपों पर सात महिलाएं शक्ति दीदी बनकर फ्यूल डिलेवरी वर्कर की जिम्मेदारी संभालेंगीं.
कलेक्टर रुचिका चौहान ने बताया कि इस नवाचार से जरूरतमंद महिलाओं को लगातार सहारा मिल रहा है. शक्ति दीदी नवाचार के तहत जरूरतमंद महिलाओं को पेट्रोल पंपों पर फ्यूल डिलेवरी वर्कर के रूप में जिला प्रशासन द्वारा नौकरी दिलाई जा रही है. बता दें शक्ति दीदी के तहत पहले से ही जिले में 45 महिलाएं यह भूमिका सफलतापूर्वक निभा रही हैं. आज सात और महिलाओं के जुड़ जाने से जिले में शक्ति दीदियों की संख्या 52 हो जायेगी.
जनसम्पर्क अधिकारी हितेन्द्र सिंह भदौरिया ने बताया कि कलेक्टर सहित जिला प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी एक जून को विभिन्न पेट्रोल पंपों पर पहुँचकर महिलाओं को “शक्ति दीदी” के रूप में फ्यूल डिलेवरी वर्कर की जिम्मेदारी दिलाएंगे. साथ ही उनका उत्साहवर्धन करेंगे. कलेक्टर प्रात: 11.30 बजे बिरलानगर स्थित रामजानकी फ्यूल पेट्रोल पंप पर अनीता कुशवाह व रानी गौर को व सिंहपुर रोड बारादरी मुरार स्थित माँ पेट्रोलियम पंप पर कविता रूरया को “शक्ति दीदी” की जिम्मेदारी सौंपेंगीं. इसी तरह एडीएम टीएन सिंह व जिला खेल अधिकारी जोसेफ बक्सला भिण्ड रोड गोला का मंदिर स्थित पटेल एण्ड संस पेट्रोल पंप पर पूजा ओझा व सोना देवी एवं एसडीएम दिव्यांशु चौधरी व एसडीओपी जितेन्द्र नगाइच अर्रू तिराहा डबरा स्थित ओम फिलिंग स्टेशन पर रंजना सोनी व रीता बाथम को फ्यूल डिलेवरी वर्कर के रूप में “शक्ति दीदी” की जिम्मेदारी सौंपेंगे.
तोमर
You may also like
Stocks to Watch: आज Emami और Delhivery समेत ये शेयर करा सकते हैं फायदा, क्या दांव लगाना चाहेंगे?
IND vs ENG: किस्मत को धोखा दे गए ध्रुव जुरेल! 2 गेंद में 2 बार हुए आउट, टीम इंडिया का काम किया खराब
ताजमहल के रहस्यमय दरवाजे: क्या छिपा है इसके अंदर?
क्या सच में झूठ बोलने पर कौआ काटता है? जानें इसके पीछे की सच्चाई
ताजमहल का वो दरवाजा जिसे खोलने से सरकार भी डरती है