नैनीताल, 24 जून (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड के नैनीताल जनपद में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 25 से 27 जून तक तीन दिवसीय प्रवास पर आ रहे हैं। उपराष्ट्रपति इस दौरान कुमाऊं विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह और शेरवुड कॉलेज के कार्यक्रम में भाग लेंगे। उनके आगमन को लेकर प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग व अन्य संबंधित विभाग सतर्क हो गये हैं।
नैनीताल जनपद के अपर जिलाधिकारी विवके राय ने बताया कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का तीन दिन का नैनीताल प्रवास का कार्यक्रम प्राप्त हुआ है। वह 25 जून को नैनीताल पहुचेंगे और 27 जून को लौटेंगे। वह 25 जून को कुमाऊं विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह तथा 27 जून को शेरवुड कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेंगे। 26 जून को उनके किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होेने का कार्यक्रम नहीं है।
कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. मंगल सिंह मंद्रवाल ने बताया कि 1972 में स्थापित विश्वविद्यालय की 50वीं वर्षगांठ पर आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह सुबह 11 बजे से शुरू होगा। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ विश्वविद्यालय के शिक्षकों व गणमान्य व्यक्तियों के साथ संवाद करेंगे। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के राज्यपाल एवं कुलाधिपति ले. जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी उपस्थित रहेंगे।
शेरवुड कॉलेज के प्रधानाचार्य अमनदीप संधू ने बताया कि उपराष्ट्रपति 27 जून को विद्यालय के स्थापना दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगे एवं विद्यार्थियों से संवाद करेंगे।
इधर, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के तीन दिवसीय नैनीताल प्रवास के कार्यक्रम को लेकर शासन स्तर पर वर्चुअल बैठक आयोजित की गई, जिसमें जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों से तैयारियों की समीक्षा की गई। पुलिस महानिरीक्षक की ओर से भी सुरक्षा की दृष्टि से प्रमुख स्थलों पर सुरक्षा बल तैनात करने के निर्देश जारी किये गये हैं। इसके अतिरिक्त उपराष्ट्रपति की उपस्थिति के दौरान आकस्मिक स्वास्थ्य आवश्यकताओं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. हरीश चंद्र पंत के अनुसार उपराष्ट्रपति के साथ तीन वरिष्ठ चिकित्सकों की एक विशेष टीम हर समय तैनात रहेगी। साथ ही बीडी पांडे चिकित्सालय, डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय और सोबन सिंह जीना बेस चिकित्सालय को सुरक्षित सेवा केंद्र घोषित किया गया है। इसके अतिरिक्त नैनीताल रोड स्थित एक निजी चिकित्सालय के कैथलैब के विशेषज्ञ चिकित्सकों से भी समन्वय स्थापित किया गया है। विभागीय तैयारियां पूर्ण कर सभी चिकित्सालयों को निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार निर्देशित कर दिया गया है।
——————-
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
You may also like
जामुन का लालच देकर झाड़ियों में ले गया, चचेरे भाई ने चार साल की बच्ची के साथ की दरिंदगी
BCCI को 4 दिन पहले से पता थी विराट कोहली के रिटायरमेंट की बात, सौरव गांगुली ने बताई पर्दे के पीछे की बात
राजस्थान के इस जिले को केंद्र की ओर से बड़ी सौगात! 3 सड़क परियोजनाओं के लिए 99.1 करोड़ की मंजूरी, बेहतर होगी कनेक्टिविटी
शी चिनफिंग और लॉरेंस वोंग के बीच मुलाकात हुई
राजद का 13वीं बार अध्यक्ष बनकर लालू यादव ने पार्टी की 'तेरहवीं' कर दी : नित्यानंद राय