औरैया, 29 जुलाई (Udaipur Kiran) । कोटा बैराज से छोड़े गए तीन लाख क्यूसेक पानी के बाद यमुना नदी का जलस्तर सोमवार से लगातार तेजी से बढ़ रहा है। जलस्तर में बढ़ोत्तरी के कारण नदी किनारे बसे गांवों में दहशत का माहौल बन गया है। पिछली बार आई भयावह बाढ़ की यादें ताजा हो गई हैं। हालात को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गया है।
मंगलवार की सुबह से ही यमुना का पानी तेजी से बढ़ता नजर आया, जिससे गोहानीकलां मार्ग को पुलिस द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर दिया गया। प्रशासन ने नावों और राहत सामग्री के साथ सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया है। प्रभावित क्षेत्रों में रात्रि गश्त शुरू कर दी गई है।
सबसे ज्यादा असर इन गांवों में:
सिकरोड़ी, गोहानीकलां, गोहानी खुर्द, जाजपुर, असेवता , जुहीखा , बढ़ेरा, गूंज, तातारपुर और बवाइन सहित कई गांव जलस्तर बढ़ने से प्रभावित हो सकते हैं।
प्रशासन सतर्क, निरीक्षण जारी
उपजिलाधिकारी निखिल राजपूत व तहसीलदार अविनाश कुमार लगातार प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर रहे हैं। ग्रामीणों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है।
प्रशासन की अपील
प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की अपील की गई है। लेखपालों व राजस्व टीम को निर्देश दिए गए हैं कि जलस्तर बढ़ने की स्थिति में तुरंत सूचना दें और राहत कार्य में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
हिंदुस्थान समाचार कुमार
—————
(Udaipur Kiran) कुमार
You may also like
'मेड इन इंडिया : ए टाइटन स्टोरी' से नसीरुद्दीन शाह का पहला लुक जारी, जेआरडी टाटा के रूप में आए नजर
किसान नेता अजीत सिंह डोभी को पुलिस ने किया हाउस अरेस्ट
प्रतिबंधित मांस की बिक्री के विरुद्ध कार्रवाई के संबध में डीजीपी दें शपथपत्र: हाईकोर्ट
बीस लाख रुपए की 496 ग्राम से अधिक की हेरोइन जब्त, तीन गिरफ्तार
मवेशी सहित युवक की गई जान, ग्रामीणों में रोष