देहरादून, 13 मई . उत्तरकाशी जिले में स्थित गौमुख ट्रैक खुलने के बाद लगातार यहां पर्यटक पहुंच रहे हैं. अब तक एक हजार से अधिक ट्रैकर्स, पर्वतारोही ओर पर्यटक गंगोत्री ग्लेशियर का दर्शन कर चुके हैं.
पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पार्क प्रशासन उत्साहित नजर आ रहा है. अधिकारियों का कहना है कि भोजबासा में भी ट्रॉली का संचालन शुरू कर दिया है. गोमुख और तपोवन समुद्रतल से करीब चार हजार मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित है. गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट एक अप्रैल को खुल गए थे लेकिन उसके बाद गोमुख ट्रैक पर करीब आठ विशालकाय ग्लेशियर आने के बाद वहां पर आवाजाही शुरू नहीं हो पाई थी. इस पर ट्रैकिंग और पर्वतारोहण से जुड़े लोगों ने नाराजगी व्यक्त की थी. पार्क प्रशासन की ओर से मजदूरों के माध्यम से करीब 25 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद ट्रैक को आवाजाही के लिए सुचारू करवाया.
वन विभाग की टीम ने इसका निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी थी. उसके बाद गंगोत्री नेशनल पार्क की ओर से 28 अप्रैल से गोमुख तपोवन ट्रैक पर आवाजाही शुरू कर दी थी. तब से लेकर 12 मई तक 15 दिनों के भीतर 1097 पर्यटक, पर्वतारोही और ट्रैकर्स गोमुख और तपोवन का दीदार कर चुके हैं. पर्यटक हिमखंडों के साथ दुलर्भ वन्य जीवों का अवलोकन भी कर रहे हैं.
कनखू बैरियर चौकी इंचार्ज वन दरोगा राजवीर रावत ने बताया कि अब तक दो पर्वतारोहियों का दल गंगोत्री ग्लेशियर की केदारडोम और सतोपंथ चोटी के आरोहण के लिए गया है. ट्रैकर्स के जाने से पहले पॉलिथीन, सेटेलाइट फोन आदि की सघन जांच की जा रह है. उसके बाद ही पार्क के नियमानुसार उन्हें भेजा जा रहा है.
/ Vinod Pokhriyal
You may also like
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने खोली पाकिस्तान के दावों की पोल, कहा- हारने के बाद भी बजाते हैं ढ़ोल...
नियंत्रण रेखा पर शांति की पहल: पाकिस्तान युद्धविराम को तैयार, 78 जवानों की शहादत
'द रॉयल्स' के लिए भूमि पेडनेकर ही थी मेरी पहली पसंद : निर्देशक प्रियंका घोष
श्रीलंका के कप्तान पर गिरी ICC की गाज, इस गलती की वजह से लिया गया कड़ा एक्शन
साइमन पेग ने 'मिशन: इम्पॉसिबल' के अंतिम दिन की भावनाओं को साझा किया