दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) राजधानी दिल्ली में आपदा से निपटने की तैयारियों को परखने और नागरिकों को जागरूक करने के उद्देश्य से गुरुवार, 1 अगस्त 2025 को एक विशाल मॉक ड्रिल का आयोजन करने जा रहा है। इस मॉक ड्रिल में दो बड़ी आपदाओं - भूकंप और औद्योगिक रासायनिक दुर्घटना - से निपटने की तैयारियों का परीक्षण किया जाएगा।
मॉक ड्रिल कहाँ आयोजित की जाएगी?
यह मॉक ड्रिल दिल्ली के विभिन्न सरकारी भवनों, औद्योगिक क्षेत्रों, स्कूलों, मेट्रो स्टेशनों, अस्पतालों और सार्वजनिक स्थानों पर आयोजित की जाएगी। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), दिल्ली पुलिस, अग्निशमन सेवा, नागरिक सुरक्षा, स्वास्थ्य विभाग, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) सहित कई विभाग और एजेंसियां इस अभ्यास में भाग लेंगी।
मॉक ड्रिल में क्या होगा?
मॉक ड्रिल के दौरान, भूकंप और रासायनिक रिसाव की एक काल्पनिक स्थिति बनाई जाएगी। इस दौरान आपातकालीन सायरन बजाए जा सकेंगे, लाउडस्पीकर से घोषणाएँ की जा सकेंगी, आपातकालीन अलर्ट, फायर अलार्म और राहत एवं बचाव वाहनों की आवाजाही देखी जा सकेगी। घायलों को घटनास्थल से अस्पताल पहुँचाने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। कुछ स्थानों पर यातायात को कुछ समय के लिए रोका भी जा सकता है।
नागरिकों को क्या निर्देश दिए गए हैं?
नागरिकों से अनुरोध है कि मॉक ड्रिल के दौरान घबराएँ नहीं, क्योंकि यह पूरी तरह से पूर्व-नियोजित प्रशिक्षण है, कोई वास्तविक आपदा नहीं। कृपया इस दौरान किसी भी प्रकार की अफवाह न फैलाएँ और न ही सोशल मीडिया पर कोई भ्रामक संदेश साझा करें। मॉक ड्रिल के दौरान देखे जाने वाले दृश्य केवल प्रशिक्षण के उद्देश्य से किए जाएँगे और इसका उद्देश्य नागरिकों को आपदा की स्थिति में तैयार करना है।
आम जनता से अनुरोध है कि वे आपातकालीन सेवाओं के कार्य में बाधा न डालें और जहाँ आवश्यक हो, स्वयं भाग लें और जागरूकता बढ़ाएँ। यह अभ्यास राजधानी की आपदा प्रतिक्रिया प्रणाली की तैयारियों की जाँच, विभागों के बीच समन्वय का परीक्षण और आम जनता की जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
डीडीएमए ने सभी नागरिकों से इस मॉक ड्रिल को गंभीरता से लेने और इसे एक अवसर के रूप में देखने की अपील की है ताकि वे किसी भी संभावित आपदा की स्थिति में सतर्क और सक्षम रह सकें। भविष्य में किसी भी वास्तविक आपदा की स्थिति में आपकी सतर्कता, समझदारी और सहयोग न केवल आपकी बल्कि दूसरों की भी जान बचा सकता है।
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