अवैध धर्मांतरण के मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को ईडी की रिमांड पूरी होने के बाद वापस लखनऊ जेल भेज दिया गया है। ईडी की पूछताछ में उसने कई राज खोले हैं। उसने धर्म परिवर्तन के आरोपों में खुद को निर्दोष बताया है। इसी क्रम में शुक्रवार को जेल जाने से पहले छांगुर बाबा ने मीडिया से बातचीत में खुद को निर्दोष बताया है। उसने कहा कि मैंने एक भी धर्म परिवर्तन नहीं कराया है। मुझे फंसाया जा रहा है। उसने अपने बयान में तीन लोगों के नाम भी लिए हैं। उसने उन पर पैसे की मांग पूरी न करने पर झूठे मामले में फंसाने का आरोप लगाया है।
अवैध धर्म परिवर्तन सिंडिकेट मामले में आरोपी छांगुर उर्फ जलालुद्दीन ने कहा कि वसीउद्दीन, मोहम्मद अहमद और संतोष सिंह मुझे फंसा रहे हैं। इन लोगों ने पैसे की मांग की है। उसने बताया कि इन लोगों ने 60 लाख रुपये मांगे थे। इसके साथ ही छांगुर बाबा ने धर्म परिवर्तन के आरोपों पर बेबाक बयान दिया। दूसरी बार मीडिया से रूबरू हुए छांगुर बाबा ने दोनों बार खुद को निर्दोष बताया है। धर्म परिवर्तन के आरोपों पर उसने कहा कि हमने कभी धर्म परिवर्तन नहीं कराया। सभी आरोप झूठे हैं।
छांगुर बाबा ने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है, मैंने एक भी धर्म परिवर्तन नहीं कराया है। छांगुर बाबा ने कहा कि मैं निर्दोष हूं। लोग पैसे लेकर झूठी गवाही दे रहे हैं। आपको बता दें कि अवैध धर्मांतरण के मामले में करोड़ों रुपये की विदेशी फंडिंग का मामला भी सामने आया था। जिसमें ईडी कार्रवाई कर रही है। इसी क्रम में सोमवार को छांगुर बाबा को 5 दिन की रिमांड पर लिया गया था। जिसकी अवधि शुक्रवार को खत्म हो गई है। ईडी की पूछताछ में उसने संपत्तियों की खरीद-फरोख्त के लिए नवीन रोहरा को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, अब ईडी ने नवीन रोहरा की रिमांड लेने की अपील की है। इस पर 4 अगस्त को सुनवाई होगी। अगर नवीन रोहरा की रिमांड मिल जाती है तो सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। फिलहाल इस मामले में एसटीएफ, एटीएस और ईडी की कार्रवाई जारी है।
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