जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलाेत ने आरयूएचएस को आरआईएमएस बनाने को लेकर प्रदेश की भाजना सरकार पर निशाना साधा है। गहलोत ने इस संबंध में सोशल मीडिया के माध्यम से बड़ी बात कही है। उन्होंने इस संबंध में मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार ने जयपुर में एम्स की तर्ज पर आरआईएमएस अस्पताल बनाने का फैसला लिया परन्तु इस घोषणा के तहत कोई नया संस्थान बनाने की बजाय पहले से बनी आरयूएचएस और स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट का ही अधिग्रहण किया जाएगा। इससे पहले से स्थापित दो संस्थानों की व्यवस्था बिगड़ेगी एवं इसका प्रतिकूल असर डॉक्टरों एवं मरीजों पर पड़ रहा है।
अशोक गहलोत ने कहा कि आरयूएचएस पहले से एक स्वायत्त विश्वविद्यालय है जिसका कोविड के दौरान बेहतरीन उपचार के लिए पूरी दुनिया में नाम प्रचारित हुआ। आरयूएचएस को आरआईएमएस बनाने से यहां के मेडिकल सीटें भी खत्म हो जाएंगी। एक पुराने संस्थान को खत्म करने की बजाय भाजपा सरकार को एक नए संस्थान आरआईएमएस का निर्माण करना चाहिए था। अगर आरआईएमएस के रूप में एक नए संस्थान का निर्माण होता तो जनता को अधिक लाभ मिलता एवं भजनलाल सरकार के लिए भी एक नई उपलब्धि दर्ज होती।
पहले से बने संस्थानों का नाम बदलना उचित परंपरा नहीं है
पूर्व सीएम गहलोत ने इस संबंध में आगे कहा कि भाजपा के लोग दावा करते थे कि डबल इंजन सरकार बनने के बाद राज्य को केन्द्र से मिलने वाले फंड की कोई कमी नहीं रहेगी। ऐसे में राज्य के पास अगर फंड नहीं है तो आरआईएमएस के लिए विशेष ग्रांट लाकर एक नए संस्थान का निर्माण करें। पहले से बने संस्थानों का नाम बदलना उचित परंपरा नहीं है।
PC:rajasthanndtv
अपडेट खबरों के लिए हमारावॉट्सएप चैनलफोलो करें
You may also like
कोलकाता के दो ठिकानों पर ईडी की छापेमारी, 350 करोड़ के रत्न घोटाले की जांच तेज
दिल्ली टेस्ट में जडेजा और राहुल के पास 4,000 रन पूरे करने का सुनहरा मौका
Bads of Bollywood के कारण बढ़ी किंग खान की मुश्किलें, समीर वानखेड़े की याचिका पर SRK की कंपनी और नेटफ्लिक्स HC ने को भेजा समन
Bihar STET Admit Card 2025: बिहार एसटीईटी परीक्षा का एडमिट कार्ड कब जारी होगा? 14 अक्टूबर से शुरू एग्जाम
केनरा बैंक के शेयर में तेजी की उम्मीद, UBS ने दिया खरीदने का सुझाव