इंटरनेट डेस्क। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मंगलवार को भारत के ऑपरेशन सिंदूर सैन्य हमलों के संदर्भ में किराना हिल्स में पाकिस्तान की परमाणु सुविधा के बारे में रिपोर्टों के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि इस बारे में किए जा रहे दावों का जवाब देना पाकिस्तान का काम है। मंगलवार को प्रेस ब्रीफिंग में रणधीर जायसवाल से भारतीय हमलों के बाद पाकिस्तान में परमाणु रिसाव पर सोशल मीडिया पर चर्चा के बारे में पूछा गया। भारत के रुख को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सैन्य कार्रवाई पूरी तरह से पारंपरिक क्षेत्र के भीतर थी। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि पाकिस्तान की राष्ट्रीय कमान प्राधिकरण की बैठक होगी, लेकिन बाद में इन रिपोर्टों को नकार दिया गया।
परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा भारतप्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भारत के व्यापक नीति दृष्टिकोण को भी दोहराते हुए कहा कि जैसा कि आप जानते हैं, भारत का दृढ़ रुख है कि वह परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा या सीमा पार आतंकवाद को संचालित होने की अनुमति नहीं देगा, विभिन्न देशों के साथ बातचीत में इसका हवाला देते हुए, हमने यह भी चेतावनी दी है कि वे इस तरह के परिदृश्यों को स्वीकार करने से अपने ही क्षेत्र में उन्हें नुकसान होगा।
ट्रंप की टिप्पणी पर दी ये प्रतिक्रियाबता दें कि ट्रंप ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु युद्ध को रोकने में भूमिका निभाई थी, जिसमें लाखों लोगों की जान जा सकती थी। अमेरिकी राष्ट्रपति की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि हमारी ओर से सैन्य कार्रवाई पूरी तरह से पारंपरिक क्षेत्र में थी... हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स थीं कि पाकिस्तान नेशनल कमांड अथॉरिटी 10 मई को बैठक करेगी, लेकिन बाद में उन्होंने इसका खंडन किया। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने खुद रिकॉर्ड पर परमाणु पहलू से इनकार किया है।
PC : hindustantimes
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