डोनाल्ड ट्रम्प टीम छोड़ने के बाद एलोन मस्क: ट्रम्प ने 20 जनवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। फिर, जनवरी के अंत में, एलन मस्क को DOGE विभाग का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी गई। ऐसे में महज चार महीने में ही मस्क ने इस्तीफा देकर डोनाल्ड ट्रंप की टीम को अलविदा कह दिया है।
कार्यकाल समाप्त होने से ट्रम्प के साथ मेरी दोस्ती पर असर नहीं पड़ेगा: मस्क
ट्रम्प के महत्वाकांक्षी सरकारी दक्षता विभाग के प्रभारी मस्क शुरू से ही सुर्खियों में रहे हैं। हाल ही में DOGE प्रमुख के पद से इस्तीफ़ा देते हुए मस्क ने कहा था, “भले ही मेरा कार्यकाल समाप्त हो गया है, लेकिन इससे ट्रंप के साथ मेरी दोस्ती पर कोई असर नहीं पड़ेगा। मैं ट्रंप का दोस्त और सलाहकार बना रहूंगा।”
मस्क ने आगे कहा, “DOGE चीफ की नौकरी शुरू से ही शॉर्ट-टर्म थी, जो अब खत्म हो गई है, इसलिए मैं अब अपना कारोबार बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करूंगा।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने मस्क के काम की सराहना की
व्हाइट हाउस में मस्क की विदाई के दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डोनाल्ड ट्रम्प ने मस्क द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा की और उनके साथ अपनी दोस्ती को विशेष बताया। ट्रंप ने कहा, ‘एलोन ने अमेरिका के लिए जो किया है, वह पीढ़ियों से नहीं किया गया… अमेरिकी लोगों के लिए उनका योगदान ऐतिहासिक है।’ यह उनके कार्यकाल का आखिरी दिन होगा लेकिन वह हमेशा हमारे साथ रहेंगे और हर तरह से हमारी मदद करेंगे।’
मस्क ने DOGE प्रमुख के रूप में अपने कार्यकाल को शानदार बताया
वहीं, DOGE प्रमुख के तौर पर अपने कार्यकाल को शानदार बताते हुए मस्क ने कहा, ‘यह DOGE का अंत नहीं है, बल्कि वास्तव में यह एक नई शुरुआत है।’ विशेष नियुक्त व्यक्ति के रूप में मेरा कार्यकाल किसी समय समाप्त होने वाला था। यह शुरू से ही तय था कि मेरा कार्यकाल सीमित समय के लिए होगा… DOGE टीम अब और भी मजबूत होगी। मैं इसकी तुलना बौद्ध धर्म से करूंगा… यह जीवन जीने जैसा है… मेरा मानना है कि समय के साथ इससे सरकार को एक ट्रिलियन डॉलर की बचत होगी।’
You may also like
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने तेलंगाना के स्थापना दिवस पर दी बधाई
महाराष्ट्र एटीएस का ठाणे जिले के बोरीवली गांव एवं पडघा में छापा, ८ लोग हिरासत में
उत्तरी सिक्किम में फंसे पर्यटकों को निकालने का कार्य शुरू
(अपडेट) बाराबंकी सड़क हादसे में गाेंडा जिले के एक ही परिवार के हैं सभी चार मृतक
योग भारत की प्राचीनतम धरोहर : प्रो. वंदना सिंह