सरकार ने इस सपने को हकीकत में बदलने की दिशा में पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम उठा लिया है। रक्षा मंत्रालय ने इस महा-परियोजना में साथ काम करने के लिए देश की प्राइवेट कंपनियों को न्योता दिया है।
क्या है यह पहला कदम? इसे आसान भाषा में समझिए
सरकार ने एक ‘एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट’ (EOI) जारी किया है। सरल भाषा में कहें तो सरकार ने देश की बड़ी प्राइवेट कंपनियों से पूछा है कि, “कौन-कौन हमारे साथ मिलकर इस बेहद आधुनिक लड़ाकू विमान को बनाने में सक्षम और इच्छुक है?”
यह कदम ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत उठाया गया है। इसका लक्ष्य है कि हम लड़ाकू विमान जैसी महत्वपूर्ण तकनीक के लिए दूसरे देशों पर निर्भर न रहें।
क्या खास होगा इस नए फाइटर जेट (AMCA) में?
इस विमान का नाम एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) रखा गया है। यह कोई साधारण लड़ाकू विमान नहीं होगा। इसकी खासियतें कुछ ऐसी होंगी:
-
स्टेल्थ टेक्नोलॉजी: यह दुश्मन के रडार की पकड़ में आए बिना उसके इलाके में घुसकर हमला कर सकेगा।
-
सुपरसोनिक स्पीड: यह आवाज की गति से भी तेज रफ्तार से उड़ेगा।
-
बेहद स्मार्ट: यह दुनिया के सबसे उन्नत सेंसर, रडार और हथियार प्रणालियों से लैस होगा, जो इसे हवा में ही दूसरे विमानों से कहीं ज्यादा तेज और चालाक बनाएगा।
कौन बनाएगा यह ‘सुपर-जेट’?
इस प्रोजेक्ट की कमान सरकारी एजेंसी DRDO और HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) के हाथों में तो होगी ही, लेकिन इस बार एक नई और बड़ी बात यह है कि इसमें देश की प्राइवेट कंपनियों को भी एक बड़ा भागीदार बनाया जाएगा। इससे न सिर्फ विमान जल्दी बनेगा, बल्कि देश में रक्षा उत्पादन का एक नया माहौल भी तैयार होगा।
यह सिर्फ एक लड़ाकू विमान बनाने का प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि यह एक ‘नए भारत’ की उस सोच का प्रतीक है, जो रक्षा से लेकर तकनीक तक, हर क्षेत्र में दुनिया के सामने अपनी ताकत का लोहा मनवाने के लिए तैयार है।
You may also like
पूर्णिया में पकड़ी गईं कटिहार भेजी जा रही स्मैक की बड़ी खेप जब्त, 3 लाख नगद सहित तस्कर गिरफ्तार
योग दिवस पर योगाभ्यास के साथ लोगो ने ली लोकतंत्र को मजबूत बनाने की शपथ
हिसार : योग भारत की विश्व को अद्भूत देन : प्रो. नरसीराम बिश्नोई
हिसार : भगवान वेंकटेश की सवारी शोभा यात्रा में उमड़े श्रद्धालु
झज्जर : एनएचएम कर्मचारियों ने लंबित मांगों को लेकर विधानसभा उपाध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन