नई दिल्ली: भारतीय युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में तीसरे और आखिरी वनडे में 4 विकेट लेकर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया है। हाल के दिनों में चयन और पिछली पारियों में प्रदर्शन को लेकर चल रही आलोचनाओं के बावजूद, राणा ने मैदान पर अपने प्रदर्शन से ही सारी बातें कह दीं और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर के मैन कहे जाने पर भी चुप्पी साधे रखी।
सिडनी की पिच से मिली उछाल और गति का शानदार फायदा उठाते हुए, हर्षित राणा ने 8.4 ओवरों में सिर्फ 39 रन देकर 4 महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए। उनकी इस किफायती और दमदार गेंदबाजी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 236 रनों पर ऑलआउट हो गई। यह प्रदर्शन इसलिए भी खास था, क्योंकि दौरे की शुरुआत में पर्थ और एडिलेड में उनका प्रदर्शन फीका रहा था, और तीसरे वनडे में अर्शदीप सिंह की जगह उन्हें टीम में शामिल करने पर सवाल उठाए जा रहे थे।
गंभीर की चेतावनी ने किया प्रेरित
राणा के बचपन के कोच शरवन ने खुलासा किया कि टीम के हेड कोच गौतम गंभीर की कड़ी चेतावनी ने युवा गेंदबाज को काफी प्रेरित किया था। शरवन के अनुसार, गंभीर ने राणा को सीधे तौर पर कहा था, 'परफॉर्म कर, वरना बाहर बिठा दूंगा।' शरवन ने बताया कि सिडनी का मैच 23 साल के राणा के लिए एक बड़ी परीक्षा थी और राणा प्रदर्शन करके बाहरी शोर को शांत करना चाहते थे। उन्होंने यह भी कहा कि गंभीर का स्वभाव हर खिलाड़ी को एक स्पष्ट संदेश देना है, चाहे वह कोई भी हो।
कोच ने श्रीकांत के आरोपों पर साधा निशाना
शरवन ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर कृष्णामचारी श्रीकांत पर भी निशाना साधा, जिन्होंने आरोप लगाया था कि राणा को गंभीर का हां में हां मिलाने वाला खिलाड़ी होने के कारण ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुना गया था। शरवन ने कहा कि रिटायरमेंट के बाद पैसे कमाने के लिए यूट्यूब चैनल खोलने वाले क्रिकेटरों को किसी ऐसे खिलाड़ी की आलोचना नहीं करनी चाहिए जिसने अभी शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि 'खिलाड़ियों को गाइड करने और डांटने का अधिकार है, लेकिन सिर्फ अपने यूट्यूब चैनल की लोकप्रियता के लिए कुछ भी नहीं कहना चाहिए।'
हर्षित राणा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस वनडे सीरीज को सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में समाप्त किया है। उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से यह साबित कर दिया कि वह दबाव में भी अच्छा खेल सकते हैं और भारतीय क्रिकेट के लिए एक उभरते हुए सितारे हैं। इस प्रदर्शन से उनका आत्मविश्वास निश्चित रूप से बढ़ेगा।
सिडनी की पिच से मिली उछाल और गति का शानदार फायदा उठाते हुए, हर्षित राणा ने 8.4 ओवरों में सिर्फ 39 रन देकर 4 महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए। उनकी इस किफायती और दमदार गेंदबाजी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 236 रनों पर ऑलआउट हो गई। यह प्रदर्शन इसलिए भी खास था, क्योंकि दौरे की शुरुआत में पर्थ और एडिलेड में उनका प्रदर्शन फीका रहा था, और तीसरे वनडे में अर्शदीप सिंह की जगह उन्हें टीम में शामिल करने पर सवाल उठाए जा रहे थे।
गंभीर की चेतावनी ने किया प्रेरित
राणा के बचपन के कोच शरवन ने खुलासा किया कि टीम के हेड कोच गौतम गंभीर की कड़ी चेतावनी ने युवा गेंदबाज को काफी प्रेरित किया था। शरवन के अनुसार, गंभीर ने राणा को सीधे तौर पर कहा था, 'परफॉर्म कर, वरना बाहर बिठा दूंगा।' शरवन ने बताया कि सिडनी का मैच 23 साल के राणा के लिए एक बड़ी परीक्षा थी और राणा प्रदर्शन करके बाहरी शोर को शांत करना चाहते थे। उन्होंने यह भी कहा कि गंभीर का स्वभाव हर खिलाड़ी को एक स्पष्ट संदेश देना है, चाहे वह कोई भी हो।
कोच ने श्रीकांत के आरोपों पर साधा निशाना
शरवन ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर कृष्णामचारी श्रीकांत पर भी निशाना साधा, जिन्होंने आरोप लगाया था कि राणा को गंभीर का हां में हां मिलाने वाला खिलाड़ी होने के कारण ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुना गया था। शरवन ने कहा कि रिटायरमेंट के बाद पैसे कमाने के लिए यूट्यूब चैनल खोलने वाले क्रिकेटरों को किसी ऐसे खिलाड़ी की आलोचना नहीं करनी चाहिए जिसने अभी शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि 'खिलाड़ियों को गाइड करने और डांटने का अधिकार है, लेकिन सिर्फ अपने यूट्यूब चैनल की लोकप्रियता के लिए कुछ भी नहीं कहना चाहिए।'
हर्षित राणा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस वनडे सीरीज को सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में समाप्त किया है। उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से यह साबित कर दिया कि वह दबाव में भी अच्छा खेल सकते हैं और भारतीय क्रिकेट के लिए एक उभरते हुए सितारे हैं। इस प्रदर्शन से उनका आत्मविश्वास निश्चित रूप से बढ़ेगा।
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