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देहरादून: वो चीखते रहे, पर बहा ले गई मौत... टोंस नदी में 10 मजदूरों के बहने का Live Video, 8 के शव मिले

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रश्मि खत्री, देहरादून। पहाड़ों पर कहर बरपाने के बाद उत्तराखंड में मानसून की बारिश अब मैदानी इलाकों में जबरदस्त तबाही मचा रही है। मंगलवार को प्रकृति ने इस कदर कहर बरपाया कि देहरादून से लेकर ऋषिकेश तक हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। देहरादून के सहस्त्रधारा में बादल फटा और इसके बाद पानी और मलबे का सैलाब सबकुछ बहाकर ले गया। वहीं, शहर के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में खनन में लगे 10 मजदूर ट्राली के साथ टोंस नदी में बह गए। अभी तक इनमें से आठ मजदूरों के शव बरामद हो गए हैं, जबकि दो की तलाश की जा रही है।



देहरादून में मंगलवार का दिन अमंगल भरा रहा। देर रात सहस्त्रधारा के कार्लीगाड में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ, तो वहीं देहरादून के प्रेम नगर थाना क्षेत्र में कई मजदूर बह गए। सोशल मीडिया पर इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। वीडियो में मजदूर काम करते हुए नजर आ रहे हैं, इसी दौरान नदी का बहाव बढ़ने लगा, लेकिन मजदूर खनन में जुटे रहे। चंद पलों में ही टोंस नदी उफान पर आ गई और मजदूरों को यहां से भागने तक का मौका नहीं मिला।



बहाव बढ़ता देख, अपनी जान बचाने के लिए ये मजदूर ट्रॉली पर चढ़ गए, लेकिन नदी का वेग तेज होता गया। मजदूर जोर-जोर से चिल्लाकर नदी किनारे खड़े अपने साथियों से बचाने की गुहार भी लगा रहे थे, लेकिन नदी का रौद्र बहाव इन सभी मजदूरों को ट्रॉली के साथ बाहर ले गया। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर, नदी में बहे मजदूरों को तलाश शुरू कर दी। अभी तक 8 मजदूरों के शव मिल चुके हैं, जिनमें चार महिला और चार पुरुष हैं। बाकी मजदूरों की तलाश की जा रही है। देखिए वीडियो-





मसूरी में यात्रियों को एक दिन का फ्री ठहरावदूसरी तरफ, देर रात सहस्त्रधारा के कार्लीगाड क्षेत्र में बादल फटने से पूरे क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। भारी बारिश को देखते हुए मसूरी में सभी होटलों और होम स्टे में ठहरे यात्रियों को यात्रा न करने की सलाह दी गई है। होटल एसोसिएशन ने भी सभी पर्यटकों को आज निशुल्क प्रवास करने की व्यवस्था की है। इसके साथ ही खतरे वाले होटलों से पर्यटकों को धर्मशालाओं और गुरुद्वारों में शिफ्ट करने की भी तैयारी की गई है। नगर पालिका की बस के जरिए इन सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।



इसके अलावा देहरादून के प्रेम नगर इलाके में पौंधा स्थित देवभूमि इंस्टीट्यूट परिसर में जलभराव होने से करीब 200 छात्र-छात्राएं फंस गए थे। इन्हें एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है। वहीं, सहसपुर थाना क्षेत्र में उफनती नदी के बीच में फंसे पांच लोगों को पुलिस और एसडीआरएफ की टीम के जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सुरक्षित निकाला गया।



जगह-जगह सड़कों पर पानी और मलवादेहरादून के कैंट क्षेत्र में सप्लाई चौक से किमाड़ी, गल्जवाड़ी और गजियावाला जाने वाले मार्ग पर घट्टिखोला पुल के पास सड़क का हिस्सा नदी के तेज बहाव के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है। इस वजह से यहां यातायात रुक गया है। कालसी क्षेत्र में कालसी-चकराता रोड पर जजरेट में मलबा आने से ट्रैफिक रोक दिया गया है। मौके पर जेसीबी की सहायता से मलबा हटाकर यातायात को सुचारू करने का प्रयास किया जा रहा है। रानीपोखरी इलाके में आने वाली शीला की चौकी, गदुल, सूर्धाधार जाने वाला और सनगांव गांव जाने वाला मार्ग भी पूरी तरह से बंद है।

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इसके साथ ही, देहरादून में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण मालदेवता क्षेत्र के केशरवाला में क्षतिग्रस्त मार्गों का जिलाधिकारी सविन बंसल और एसएसपी अजय सिंह ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम और एसएसपी ने उपस्थित अधिकारियों से बरसात से हुए नुकसान की जानकारी लेते हुए प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता करने और संवेदनशील स्थानों से लोगों को हटाते हुए उन्हें सुरक्षित स्थानों में ले जाने के निर्देश दिए गए।

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