नई दिल्ली: अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन बढ़कर 1.96 लाख करोड़ रुपये हुआ। यह पिछले साल के मुकाबले 4.6% ज्यादा है। हालांकि यह पिछले 52 महीनों में सबसे धीमी रफ्तार है। सरकार ने 1 नवंबर को यह डेटा जारी किया। पिछले महीने यानी सितंबर में जीएसटी कलेक्शन में 9.1% की बढ़ोतरी हुई थी, जो पिछले चार महीनों का सबसे ज्यादा था। लेकिन अक्टूबर में यह रफ्तार घटकर 4.6% रह गई। कुल कलेक्शन 1.89 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.96 लाख करोड़ रुपये हो गया।
यह लगातार 10वां महीना है जब जीएसटी कलेक्शन 1.8 लाख करोड़ रुपये से ऊपर रहा है। इससे पहले मई में कलेक्शन 2 लाख करोड़ रुपये के पार गया था। जीएसटी कलेक्शन की यह धीमी रफ्तार जीएसटी नियमों में हुए बदलावों से जुड़ी है। अगस्त में प्रधानमंत्री ने जीएसटी व्यवस्था में कुछ बदलावों का ऐलान किया था। 22 सितंबर को सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए 12% और 28% वाले टैक्स स्लैब को खत्म कर दिया। अब ज्यादातर चीजें यानी 90% सामानों पर कम टैक्स लगेगा।
आगे क्या होगा?रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI), का मानना है कि जीएसटी में की गई ये कटौती आने वाले महीनों में अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी। यह अमेरिका की तरफ से लगाए गए टैरिफ के असर को भी कम करने में मदद करेगी।
रिजर्व बैंक ने हाल ही में भारत की आर्थिक विकास दर का अनुमान बढ़ाया है। पहले जहां 6.5% का अनुमान था, उसे बढ़ाकर अब 6.8% कर दिया गया है। इसी तरह IMF ने भी अक्टूबर में भारत की विकास दर का अनुमान 6.4% से बढ़ाकर 6.6% कर दिया है। यह दिखाता है कि देश की अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद है। जीएसटी में हुए बदलावों का असर अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक पड़ेगा।
यह लगातार 10वां महीना है जब जीएसटी कलेक्शन 1.8 लाख करोड़ रुपये से ऊपर रहा है। इससे पहले मई में कलेक्शन 2 लाख करोड़ रुपये के पार गया था। जीएसटी कलेक्शन की यह धीमी रफ्तार जीएसटी नियमों में हुए बदलावों से जुड़ी है। अगस्त में प्रधानमंत्री ने जीएसटी व्यवस्था में कुछ बदलावों का ऐलान किया था। 22 सितंबर को सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए 12% और 28% वाले टैक्स स्लैब को खत्म कर दिया। अब ज्यादातर चीजें यानी 90% सामानों पर कम टैक्स लगेगा।
आगे क्या होगा?रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI), का मानना है कि जीएसटी में की गई ये कटौती आने वाले महीनों में अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी। यह अमेरिका की तरफ से लगाए गए टैरिफ के असर को भी कम करने में मदद करेगी।
रिजर्व बैंक ने हाल ही में भारत की आर्थिक विकास दर का अनुमान बढ़ाया है। पहले जहां 6.5% का अनुमान था, उसे बढ़ाकर अब 6.8% कर दिया गया है। इसी तरह IMF ने भी अक्टूबर में भारत की विकास दर का अनुमान 6.4% से बढ़ाकर 6.6% कर दिया है। यह दिखाता है कि देश की अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद है। जीएसटी में हुए बदलावों का असर अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक पड़ेगा।
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