अनुपम खेर ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार को अपनी इंस्पिरेशन मानते हैं। जिस कारण अनुपम खेर एक्टर बने, उसकी एक वजह दिलीप कुमार भी थे। जब अनुपम खेर को दिलीप कुमार संग काम करने का मौका मिला, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। अनुपम खेर और दिलीप कुमार ने 'कर्मा', 'सौदागर', 'अपना अपना' और 'इज्जतदार' जैसी फिल्मों में साथ काम किया था। अनुपम खेर ने अब एक इंटरव्यू 'कर्मा' के शूट का किस्सा सुनाया।
अनुपम खेर ने 'आप की अदालत' में दिलीप कुमार संग पहली मुलाकात का किस्सा सुनाया और फिर थप्पड़ मारने वाले सीन का वाकया बताया। अनुपम शॉट 'कर्मा' में विलेन बने थे, पर वह जिस प्यार से दिलीप कुमार को एकटक देख रहे थे, उससे डायरेक्टर सुभाष घई घबरा गए थे। वह एक्टर को एक कोने में ले गए और कहा कि तू जिस प्यार से इनको देख रहा है, तू मुझे मरवाएगा।
अनुपम खेर ने सुनाया 'कर्मा' के सेट का किस्सा, दिलीप कुमार की एंट्री
अनुपम खेर ने बताया, 'मैं सुबह 7 बजे ही डॉ. डैंग के वेश में तैयार हो चुका था। दिलीप कुमार साहब सुबह 11 बजे सेट पर आए। वह अपनी सफेद मर्सिडीज से सफेद शर्ट में उतरे। मैं उन्हें देखता ही रह गया। मैंने सोचा कि वाह! यही वो इंसान हैं जिसकी वजह से मैं एक्टर बना।'
अनुपम खेर को कोने में ले जाकर यह बोले सुभाष घई
अनुपम खेर ने आगे बताया, 'मैं उन्हें देखता रहा...उनके हाथ हाथ कैसे दिखते थे, उनका चेहरा कैसा दिखता था। तो सुभाष घई मुझे एक कोने में ले गए और कहा, 'तू जिस प्यार से इनको देख रहा है, तू मुझे मरवाएगा। तू मेरी फिल्म का विलेन है।'
थप्पड़ की बात पर बोले थे दिलीप कुमार- पठान का हाथ है, बेहोश हो जाएगा
फिर अनुपम खेर ने 'कर्मा' के थप्पड़ वाले सीन का वाकया सुनाया। सीन के मुताबिक, दिलीप कुमार को अनुपम खेर को थप्पड़ मारना था। अनुपम खेर बोले, 'मैंने कहा कि सर (दिलीप कुमार) मुझे सच में थप्पड़ मारो। यह सुनकर वह बोले- बेटा, पठान का हाथ है, बेहोश हो जाएगा। लेकिन जब दिलीप साहब ने वो सीन देखा तो सुभाई घई से कहा था कि एक खतरनाक एक्टर आ गया है। यह बहुत आगे तक जाएगा।'
अनुपम खेर ने 'आप की अदालत' में दिलीप कुमार संग पहली मुलाकात का किस्सा सुनाया और फिर थप्पड़ मारने वाले सीन का वाकया बताया। अनुपम शॉट 'कर्मा' में विलेन बने थे, पर वह जिस प्यार से दिलीप कुमार को एकटक देख रहे थे, उससे डायरेक्टर सुभाष घई घबरा गए थे। वह एक्टर को एक कोने में ले गए और कहा कि तू जिस प्यार से इनको देख रहा है, तू मुझे मरवाएगा।
अनुपम खेर ने सुनाया 'कर्मा' के सेट का किस्सा, दिलीप कुमार की एंट्री
अनुपम खेर ने बताया, 'मैं सुबह 7 बजे ही डॉ. डैंग के वेश में तैयार हो चुका था। दिलीप कुमार साहब सुबह 11 बजे सेट पर आए। वह अपनी सफेद मर्सिडीज से सफेद शर्ट में उतरे। मैं उन्हें देखता ही रह गया। मैंने सोचा कि वाह! यही वो इंसान हैं जिसकी वजह से मैं एक्टर बना।'
अनुपम खेर को कोने में ले जाकर यह बोले सुभाष घई
अनुपम खेर ने आगे बताया, 'मैं उन्हें देखता रहा...उनके हाथ हाथ कैसे दिखते थे, उनका चेहरा कैसा दिखता था। तो सुभाष घई मुझे एक कोने में ले गए और कहा, 'तू जिस प्यार से इनको देख रहा है, तू मुझे मरवाएगा। तू मेरी फिल्म का विलेन है।'
थप्पड़ की बात पर बोले थे दिलीप कुमार- पठान का हाथ है, बेहोश हो जाएगा
फिर अनुपम खेर ने 'कर्मा' के थप्पड़ वाले सीन का वाकया सुनाया। सीन के मुताबिक, दिलीप कुमार को अनुपम खेर को थप्पड़ मारना था। अनुपम खेर बोले, 'मैंने कहा कि सर (दिलीप कुमार) मुझे सच में थप्पड़ मारो। यह सुनकर वह बोले- बेटा, पठान का हाथ है, बेहोश हो जाएगा। लेकिन जब दिलीप साहब ने वो सीन देखा तो सुभाई घई से कहा था कि एक खतरनाक एक्टर आ गया है। यह बहुत आगे तक जाएगा।'
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