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मुफ्त ट्रेनिंग, स्कॉलरशिप और हॉस्टल! बिहार सरकार दे रही युवाओं को हुनरमंद बनने का मौका

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पटना: अगर आप बिहार के युवा हैं और हुनर के बल पर आत्मनिर्भर बनने का सपना देख रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए ही है। बिहार सरकार की ओर से आपको एक सुनहरा मौका दिया जा रहा है। बिहार सरकार के उद्योग विभाग के अधीन उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान जुलाई से सितंबर 2025 तक चलने वाले निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं।





400 युवाओं के लिए सुनहरा मौकासंस्थान के तहत 18 पारंपरिक हस्तशिल्पों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें मधुबनी पेंटिंग, टिकुली पेंटिंग, मंजूषा कला, टेराकोटा, अप्लिक कशीदाकारी और ब्लॉक प्रिंटिंग जैसे पारंपरिक और समकालीन शिल्प कला को शामिल किया गया है। जिसमें कुल 400 प्रतिभागियों का चयन किया जाएगा।

  • सरकार की ओर से दिया जाने वाला यह प्रशिक्षण पूरी तरह निःशुल्क है
  • सभी चयनित प्रतिभागियों को प्रति माह ₹1000 की छात्रवृत्ति दी जाएगी
  • पटना नगर निगम क्षेत्र से बाहर की 110 महिलाओं को ₹1500 अतिरिक्त
  • बाहरी पुरुष प्रतिभागियों को हॉस्टल और भोजन के लिए ₹2000 प्रति माह
  • ट्रेनिंग किट भी संस्थान की ओर से ही निःशुल्क उपलब्‍ध कराया जाएगा




कैसे होगा चयन और आवेदनइस कला को सीखने के लिए प्रतिभागियों का चयन प्रवेश परीक्षा या साक्षात्कार के बाद होगा। इसका आयोजन 23 जून, सुबह 11 बजे, संस्थान परिसर, पटना में किया जाएगा। आवेदन के लिए इच्छुक अभ्यर्थी संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट www.umsas.org.in पर जाकर फॉर्म भर सकते हैं और बिहार सरकार की ओर से आयोजित निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ उठा सकते हैं।





जल्द करें आवेदन, सीमित सीटेंये प्रशिक्षण न सिर्फ युवाओं को हुनरमंद बनाएगा, बल्कि बिहार की लोककलाओं और शिल्पकलाओं को नया जीवन भी देगा। सरकार की यह पहल आत्मनिर्भर भारत के सपने को ग्रामीण और शहरी युवाओं से जोड़ने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। अधिक जानकारी के लिए प्रतिभागी उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान, पटना में संपर्क कर सकते हैं। विभाग की ओर से अनुरोध किया गया है कि इच्‍छुक प्रतिभागी इस योजना का लाभ उठाने के लिए जल्‍द आवेदन करें। सीटें सीमित हैं।

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