खर्राटे लेता एक इंसान है और नींद उसके आसपास मौजूद सभी व्यक्ति की खराब होती है। हर एक खर्राटे के साथ सिर दर्द बढ़ने लगता है और नींद की गुणवत्ता में कमी आने लगती है। साथ ही इससे आपके रिश्तों पर भी असर पड़ता है। क्या आप भी कुछ ऐसा ही हर रात महसूस करते हैं?
कई लोगों को लगता है कि बहुत ज्यादा थकान होने के बाद रात में सोते समय खर्राटे आने लगते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। खर्राटे तब आते हैं जब नींद के दौरान मुंह और नाक से हवा का प्रवाह आंशिक रूप से अवरुद्ध हो जाता है। रुकावट के कारण आसपास के ऊतक कंपन करते हैं और ध्वनि उत्पन्न करते हैं, जिसे हम खर्राटे के नाम से जानते हैं।
खर्राटे की समस्या को खत्म करने के लिए आज के समय में कई सारे प्रोडक्ट मार्केट में आ गए हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करके भी आप आसानी से खर्राटों को कम करने में कामयाबी हासिल कर सकते हैं। हार्वर्ड की रिपोर्ट में कुछ इसी तरह के बदलावों के बारे में जानकारी दी गई है। आइए जानते हैं इनके बारे में।
Photos- Freepik
खर्राटे आने की वजह
रिपोर्ट मेंकुछ सामान्य कारक बताए गए हैं, जिनकी वजह से खर्राटे आने की संभावना अधिक हो जाती है, जो निम्नलिखित हैं-
1- ओवरवेट होना,जिससे गर्दन के चारों ओर अतिरिक्त टिशू जुड़ जाता है जो वायुमार्ग को संकुचित (Compress) कर देता है।
2- नाक संबंधी समस्याएं,जैसे कि सेप्टम का विचलन>
3- नेजल पॉलीप्स।
4- सर्दी या एलर्जी से कंजेशन।
5- स्ट्रक्चरल फीचर्स, जैसे लंबा नरम तालु या यूवुला,या सूजे हुए टॉन्सिल या एडेनोइड।
6- उम्र बढ़ने के कारण मांसपेशियों की टोन खराब होना।
7- शराब और कुछ दवाएं जो वायुमार्ग को अधिक आसानी से नष्ट होने देती हैं।
8- कुछ मामलों में,खर्राटे स्लीप एपनिया का संकेत दे सकते हैं,यह एक ऐसीगंभीर स्थिति है, जिसमें नींद के दौरान सांस बार-बार रुकती और शुरू होती है।
खर्राटे की समस्या को कम करने के लिए क्या करें?
स्वस्थ वजन मेंटेन करें
वजन कम करने से गर्दन और गले में टिशू की मात्रा कम हो सकती है, जिससे वायुमार्ग में रुकावट कम हो सकती है।
शराब और धूम्रपान

हार्वर्ड की रिपोर्ट में बताया गया है किसोने के तीन घंटे के भीतर शराब पीने से बचें और धूम्रपान छोड़ने की कोशिश करें, क्योंकि धूम्रपान से ऊपरी वायुमार्ग में जलन और सूजन हो जाती है,जिससे खर्राटे आने की संभावना बढ़ जाती है।
नाक संबंधी समस्याओं का समाधान करें
अगर आपकी नाक बंद है तो इसके लिए सेलाइन रिंस का इस्तेमाल करें, अपने बेडरूम में एलर्जी पैदा करने वाले तत्वों को कम करें और सूजे हुए नाक के ऊतकों के लिए ह्यूमिडिफायर या दवा पर विचार करें।
अपने सिर को ऊंचा करें
एयरफ्लो को बेहतर बनाने के लिए अतिरिक्त तकिए,वेज तकिया का उपयोग करें या अपने बिस्तर के हेड को ऊंचा करें।
स्लीपिंग पोजिशन पर ध्यान दें
आपकी जीभ वायुमार्ग को ब्लॉक न करे, इसके लिए अपनी करवट लेकर सोएं अपनी पीठ से दूर रहने के लिए बॉडी पिलो आजमाएं या अपने स्लीपवियर के पीछे एक टेनिस बॉल सिल लें।
नोट- रिपोर्ट में ये चेतावनी दी गई है कि येस्ट्रेटेजी सिंपल खर्राटों से निपटने में मदद कर सकती हैं। लेकिन अगर हांफना,रात में जागना या दिन में नींद आना जैसे लक्षण बने रहते हैं,तो स्लीप एपनिया की जांच के लिए डॉक्टर से परामर्श लें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
You may also like
आज का राशिफल 20 अप्रैल 2025 : आदित्य योग से मेष, तुला और मकर राशि वालों को होगा धन लाभ, तरक्की के नए मौके मिलेंगे
20 अप्रैल को इन राशियो के जीवन मे आ सकता है शुभ समय…
बॉबी देओल ने साझा की 'जब वी मेट' के निर्माण की कहानी
20 अप्रैल से बदल जाएगा शनि, इन 2 राशियों का स्वामी ग्रह, जानिए इन राशियों से जुड़ी खास बातें…
मुस्लिम समुदाय केंद्र से लंबे संघर्ष के लिए तैयार, वक्फ (संशोधन) अधिनियम की वापसी का आग्रह