लाइव हिंदी खबर :- ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने स्पष्ट कहा कि सुरक्षा और संरक्षण का अधिकार केवल इजराइल का विशेष अधिकार नहीं है, बल्कि इस धरती पर रहने वाले हर इंसान का बुनियादी हक है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी देश को यह अधिकार नहीं कि वह अपनी सुरक्षा के नाम पर निर्दोष लोगों के जीवन को खतरे में डालें। उनका यह बयान ऐसे सामने आया है जब गाजा में इसराइल लगातार हमले करता जा रहा है।
जिससे हजारों निर्दोष फिलिस्तीनी नागरिक हताहत हो रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि इसराइल अपनी सुरक्षा का हवाला देकर गाजा के बेगुनाह आम नागरिकों पर हमले कर रहा है, जबकि असल खतरा खुद उसकी नीतियों और आक्रमकता से पैदा हो रहा है। उन्होंने यह भी जिक्र किया कि लेबनान, सीरिया, इराक और यहाँ तक कि ईरान पर भी सुरक्षा का हवाला देते हुए हमला किया।
राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह इस दोहरे मापदंड को समाप्त करें। यदि सुरक्षा का अधिकार है इजराइल को दिया जा सकता है, तो वहीं अधिकार फिलिस्तीनियों, लेबनान, सीरिया और दुनिया के हर नागरिक को मिलना चाहिए। उनका कहना था कि यह वह समय है जब वैश्विक संगठन और शक्तिशाली देश न्यायपूर्ण रुख अपनाएं और हर इंसान की जिंदगी की सुरक्षा की गारंटी दें।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अन्यायपूर्ण नीतियां जारी रहती हैं, तो इससे पूरे क्षेत्र में अस्थिरता, हिंसा बढ़ेगी। ईरानी राष्ट्रपति का यह बयान न केवल पश्चिम एशिया के मौजूदा हालात पर टिप्पणी है। बल्कि वैश्विक स्तर पर इंसानी सुरक्षा और अधिकार को एक लेकर एक गंभीर सवाल खड़ा करता है।
You may also like
पंकज आडवाणी नहीं विल्सन जोंस ने बिलियर्ड्स में देश को पहली बार बनाया था विश्व चैंपियन
राहुल गांधी के खिलाफ कोर्ट जाएंगे सावरकर के पोते रंजीत, कहा- कांग्रेस प्रवक्ता उन्हीं के इशारे पर दे रहे बयान
सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए तानाशाही कर रही: अखिलेश यादव
बसवराज बोम्मई ने कर्नाटक में अराजकता और हिंसा को लेकर सरकार पर साधा निशाना
जाने अनजाने में अगर आप भी कर` रहे हो इस पत्ते का सेवन तो एक बार जरूर पढ़ लें ये खबर