देश आज धूमधाम से दिवाली का त्योहार मना रहा है। ऐसे में पीएम मोदी हर साल की तरह इस साल भी दिवाली जवानों के संग मनाते नजर आए। इस बार पीएम मोदी ने गुजरात के कच्छ में जवानों के साथ दिवाली मनाने पहुंचे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने जवानों को दिवाली पर्व पर अपने हाथों से मिठाई खिलाई और उन्हें दिवाली की शुभकामनाएं दी।#WATCH | Prime Minister Narendra Modi celebrates Diwali with BSF, Army, Navy and Air Force personnel at Lakki Nala in the Sir Creek area in Kachchh, Gujarat. pic.twitter.com/WS7vS8xZak
— ANI (@ANI) October 31, 2024
इससे पहले प्रधानमंत्री ने एक पोस्ट में देशवासियों को दिवाली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा, "दीपावली पर देशवासियों को ढेर सारी शुभकामनाएं। रोशनी के इस दिव्य त्योहार पर मैं सभी के स्वस्थ, खुशहाल और समृद्ध जीवन की कामना करता हूं। मां लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश के आशीर्वाद से सभी समृद्ध हों।"
इस बीच, भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर गुजरात के नर्मदा जिले के एकता नगर में प्रतिष्ठित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास एक सभा को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि भारत के अंदर और बाहर कुछ ताकतें देश को अस्थिर करने और दुनिया में देश की नकारात्मक छवि पेश करने की कोशिश कर रही हैं, उन्होंने “शहरी नक्सलियों की पहचान करने और उन्हें बेनकाब करने” की आवश्यकता को रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत की बढ़ती ताकत और क्षमताओं के कारण, अंदर और बाहर कुछ ताकतें देश को अस्थिर करने और अराजकता फैलाने की कोशिश कर रही हैं। वे भारत के आर्थिक हितों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। वे दुनिया में देश की नकारात्मक छवि पेश करके विदेशी निवेशकों को गलत संदेश देना चाहते हैं।"
नाम लिए बिना प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि "ये लोग" "गलत सूचना अभियान" के माध्यम से भारत के सशस्त्र बलों को भी निशाना बना रहे हैं और सेना में अलगाववाद की भावना को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "ये लोग देश को जाति के आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं। उनका एकमात्र लक्ष्य भारतीय समाज के साथ-साथ लोगों की एकता को कमजोर करना है।" उन्होंने कहा कि वे भारत को एक विकसित देश के रूप में नहीं देखना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें कमजोर और गरीब भारत की राजनीति पसंद है। ऐसी "गंदी राजनीति" लगभग पांच दशकों तक चली।
प्रधानमंत्री मोदी ने आरोप लगाया कि हालांकि ये ताकतें हमेशा लोकतंत्र और संविधान की बात करती हैं, लेकिन वे वास्तव में देश को बांटने का काम कर रही हैं।
सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए मोदी ने कहा कि हालांकि कुछ लोग आजादी के बाद भारत के एकीकरण को लेकर संशय में थे, लेकिन सरदार पटेल ने इसे संभव बनाया। उन्होंने कहा कि देश अगले दो साल तक पटेल की 150वीं जयंती मनाएगा।
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