बीजिंग, 29 जून . ब्राजील में चीनी संस्कृति के प्रचार और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से ‘तीसरा लैटिन अमेरिकी चीनी सांस्कृतिक दौरा- ब्राजील में प्रवेश करें’ कार्यक्रम 28 जून को साओ पाउलो के स्टेट यूनिवर्सिटी में सफलतापूर्वक शुरू हुआ.
इस उद्घाटन समारोह में 150 से अधिक गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें चीन के अमूर्त सांस्कृतिक विरासत कलाकार, ब्राजीलियाई सांस्कृतिक और शैक्षिक संस्थानों के सदस्य, विदेशी चीनी प्रतिनिधि और विश्वविद्यालय के शिक्षक तथा छात्र शामिल थे.
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण प्रदर्शनियां थीं, जो प्रकाशनों, सांस्कृतिक सृजन और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के प्रदर्शन पर केंद्रित थीं. यहां पुर्तगाली और चीनी-पुर्तगाली भाषाओं में लगभग 500 चीनी-थीम वाली किताबें, बच्चों की किताबें और चीनी शिक्षण सामग्री प्रदर्शित की गईं. इसके अलावा, चीनी पारंपरिक संस्कृति और ‘राष्ट्रीय ज्वार’ (गुओ चाओ) तत्वों को दर्शाते हुए 100 से अधिक सांस्कृतिक और रचनात्मक उत्पाद भी प्रदर्शित किए गए, जिसने दर्शकों के लिए एक विविध और त्रि-आयामी चीनी सांस्कृतिक अनुभव का निर्माण किया. आगंतुक उत्साहपूर्वक इन प्रदर्शनियों को पढ़ने, तस्वीरें लेने और विभिन्न सांस्कृतिक पहलुओं पर बातचीत करने में संलग्न थे.
चीन की राज्य परिषद के सूचना कार्यालय के बाहरी संवर्धन ब्यूरो के एक संबंधित अधिकारी ने अपनी आशा व्यक्त की कि यह सांस्कृतिक दौरा कॉपीराइट व्यापार और शिक्षा सहयोग के क्षेत्रों में चीन और ब्राजील के बीच आदान-प्रदान को गहरा करने का एक महत्वपूर्ण अवसर बनेगा. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह कार्यक्रम एक अधिक न्यायपूर्ण दुनिया और एक अधिक टिकाऊ ग्रह के निर्माण के लिए साझा भविष्य के चीन-ब्राजील समुदाय में अधिक सांस्कृतिक गतिशीलता जोड़ेगा.
साओ पाउलो में चीनी महावाणिज्य दूतावास के उप महावाणिज्यदूत चांग शी ने इस प्रदर्शनी के साओ पाउलो में आने पर प्रसन्नता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि इसमें प्रदर्शित उत्कृष्ट पुस्तकें और विशेष सांस्कृतिक रचनाएं चीनी संस्कृति के आकर्षण को पूरी तरह से प्रदर्शित करती हैं, जिसने न केवल दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी समझ को बढ़ावा दिया है, बल्कि चीन और साओ पाउलो राज्य और यहां तक कि पूरे ब्राजील के बीच आदान-प्रदान और सहयोग को गहरा करने के लिए सांस्कृतिक प्रेरणा भी दी है.
साओ पाउलो स्टेट यूनिवर्सिटी के कन्फ्यूशियस संस्थान के निदेशक लुइस एंटोनियो पॉलिनो ने टिप्पणी की कि यह टूर प्रदर्शनी अधिक से अधिक लोगों को मानव सभ्यता के इतिहास के सबसे खूबसूरत अध्यायों में से एक से जुड़ने का अवसर प्रदान करती है. साओ पाउलो स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक अनुसंधान के प्रभारी उपाध्यक्ष की सलाहकार कैरिना पासक्वेरेलो मारियानो ने भी इस प्रदर्शनी की सराहना की, यह मानते हुए कि यह स्कूल की विदेशी सांस्कृतिक आदान-प्रदान की अवधारणा के साथ अत्यधिक सुसंगत है.
उन्होंने बताया कि हाल के वर्षों में, यूनिवर्सिटी ने चीन के साथ अपने सहयोग का लगातार विस्तार किया है और द्विपक्षीय सांस्कृतिक सहयोग के गहन विकास को बढ़ावा देने के लिए आदान-प्रदान के लिए चीन के हुपेई विश्वविद्यालय में दस से अधिक स्नातक छात्रों को भेजने की योजना बना रही है.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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एबीएम/
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