मुंबई, 7 जुलाई . एक्ट्रेस और पर्यावरण संरक्षण समर्थक दिया मिर्जा ने सोमवार को ‘प्लास्टिक मुक्त जुलाई’ मुहिम की सराहना की. विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ये बातें कहीं.
उन्होंने इस कार्यक्रम को लेकर एक प्रेरणादायक बात कही. कहा कि मकसद लोगों को पर्यावरण की रक्षा करने के लिए जागरूक करना है. यह दिन हमें याद दिलाता है कि प्रकृति और पर्यावरण को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है. कार्यक्रम युनाइटेड नेशंस हाउस (भारत में मौजूद) में आयोजित किया गया था.
दिया मिर्जा ने अपनी पोस्ट में बताया कि हम जितना प्लास्टिक कचरा फैला रहे हैं, उसे संभालने की हमारी क्षमता बहुत कम है, और इस फर्क को जल्दी दूर करना जरूरी है. उन्होंने टाइड टर्नर्स प्लास्टिक चैलेंज की तारीफ की, जो संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के नेतृत्व में एक वैश्विक पहल है. इसका मकसद युवाओं को प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ कदम उठाने के लिए प्रेरित करना है.
दिया मिर्जा ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “इस मंडे मोटिवेशन में मुझे विश्व पर्यावरण दिवस के कार्यक्रम की याद आ रही है, जो काफी प्रभावशाली था. इसमें बताया गया कि हम जितना कचरा बनाते हैं, उसे संभालने की हमारी ताकत उतनी नहीं है, और यह फर्क लगातार बढ़ता जा रहा है. मैं भारत में संयुक्त राष्ट्र भवन में एक कार्यक्रम में शामिल हुई, जहां लोग टाइड टर्नर्स प्लास्टिक चैलेंज का समर्थन करने के लिए इकट्ठा हुए थे. यह एक वैश्विक अभियान है. इसका मकसद युवाओं को प्लास्टिक प्रदूषण को लेकर जागरूक करना, उन्हें शिक्षित करना और उन्हें पर्यावरण रक्षक बनने के लिए प्रेरित करना है.
दिया मिर्जा ने पोस्ट में आगे कहा, “जिन युवाओं ने बदलाव लाने का बीड़ा उठाया है, उनकी ऊर्जा और लगन बहुत ही प्रेरणादायक थी. अकेले भारत में ही 7 लाख से ज्यादा युवा इस अभियान से जुड़ चुके हैं. यह प्लास्टिक रहित साफ-सुथरे भविष्य की ओर बढ़ने वाला शानदार कदम है.”
एक्ट्रेस ने कहा, “हम अब ‘प्लास्टिक मुक्त जुलाई’ की ओर बढ़ रहे हैं, हमें अपनी आदतों पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है और यह संकल्प लेना चाहिए कि हम कम से कम प्लास्टिक का इस्तेमाल करेंगे. हम जो भी सोच-समझ कर फैसला लेते हैं, वह इस समस्या को हल करने में मदद करता है.”
उन्होंने बताया कि टाइड टर्नर्स प्लास्टिक चैलेंज टीम ने प्रिंस तलाल अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीता. यह एक बड़ी उपलब्धि है. इसके लिए उन्हें बहुत-बहुत बधाई. यह सम्मान उन्हें 62 देशों से आई प्रविष्टियों में सबसे बेहतर प्रोजेक्ट होने के लिए मिला. उनके प्रयास से युवाओं में बदलाव आया है.
उन्होंने पोस्ट के आखिर में कहा, “चलिए इस बदलाव को जारी रखते हैं!”
बता दें कि दिया मिर्जा संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) की गुडविल एंबेसडर हैं. साथ ही, वह संयुक्त राष्ट्र महासचिव की तरफ से सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को बढ़ावा देने वाली चुनिंदा प्रतिनिधियों में से एक हैं.
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पीके/केआर
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