Next Story
Newszop

उत्तर प्रदेश के आठ जिलों में 50 बेड के नए आयुष अस्पताल के लिए 651.81 करोड़ रुपए मंजूर

Send Push

लखनऊ, 4 जुलाई . उत्तर प्रदेश सरकार ने आयुष स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में व्यापक विस्तार की दिशा में कदम बढ़ाते हुए राज्य की वार्षिक कार्य योजना 2025-26 के अंतर्गत 651.81 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को शुक्रवार को मंजूरी प्रदान कर दी.

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में लखनऊ में आयोजित नेशनल आयुष मिशन उत्तर प्रदेश की 11वीं गवर्निंग बॉडी की बैठक में यह निर्णय लिया गया. इस दौरान आयुष सेवाओं हेतु 51,970.27 लाख रुपए, आयुष शिक्षा संस्थानों के लिए 8,617.10 लाख रुपए, फ्लेक्सी पूल के लिए 3,092.43 लाख रुपए और व्यवस्थापन लागत हेतु 1,501.40 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई. इसमें से 194.48 करोड़ रुपए की धनराशि नवीन प्रस्तावों के क्रियान्वयन पर खर्च की जाएगी.

प्रमुख प्रस्तावों में आठ नए 50 बेड वाले एकीकृत आयुष अस्पताल गाजीपुर, चित्रकूट, भदोही, महाराजगंज, फिरोजाबाद, सीतापुर, बहराइच और चंदौली में स्थापित किए जाएंगे. हर अस्पताल पर 15 करोड़ रुपए की लागत प्रस्तावित है. साथ ही आकांक्षी जिलों में 32 सरकारी आयुष औषधालयों (21 आयुर्वेद, छह होम्योपैथी, पांच यूनानी) के निर्माण की भी योजना है. प्रत्येक औषधालय के लिए 30 लाख रुपए की लागत स्वीकृत की गई है.

इसके अलावा, 100 जिला अस्पतालों में को-लोकेटेड आयुष फैसिलिटी विकसित की जाएगी, प्रत्येक पर 23.30 लाख रुपए का खर्च आएगा. वहीं, कौशांबी, हाथरस, आगरा और वाराणसी में 15-25 बेड वाले आयुर्वेदिक अस्पतालों का उन्नयन किया जाएगा.

बहराइच, आजमगढ़ और मिर्जापुर में तीन नए 30-बेड वाले एकीकृत आयुष अस्पताल स्थापित किए जाएंगे, जिन के लिए 105 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत हुआ है. डिजिटल सशक्तीकरण के तहत दो करोड़ रुपए की लागत से आयुष सूचना सॉफ्टवेयर विकसित किया जाएगा.

लखनऊ और गोरखपुर में ई-संजीवनी के तहत टेलीमेडिसिन हब भी स्थापित किए जाएंगे. शिक्षा संस्थानों के लिए वाराणसी के होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज को 70 करोड़ रुपए और अयोध्या स्थित आयुर्वेदिक कॉलेज को 4.89 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है.

इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए लखनऊ में छह पंचकर्म और योग केंद्र तथा 11 पंचकर्म केंद्रों की स्थापना का भी प्रस्ताव पारित हुआ.

विकेटी/एकेजे

Loving Newspoint? Download the app now