शाहजमाल कब्रिस्तान की यह घटना केवल एक कब्र को लेकर हुआ विवाद हुआ, हालांकि, परिजनों की समझदारी और पुलिस की मौजूदगी से माहौल बिगड़ने से बच गया.
अलीगढ़ के देहलीगेट थाना क्षेत्र स्थित शाहजमाल कब्रिस्तान में शनिवार रात उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब एक मृतक को दफनाने के लिए उसके परिजनों ने उसके भाई की पुरानी कब्र के बिल्कुल पास नई कब्र खोदनी शुरू कर दी. इस दौरान पुरानी कब्र से हड्डियां और कफन बाहर निकल आए, कब्र खोदने का यह वीडियो किसी ने रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया. वीडियो वायरल होते ही इलाके में तनाव का माहौल बन गया.
दरअसल, रोरावर थाना क्षेत्र के तेलीपाड़ा के रहने वाले एक व्यक्ति का 11 दिन पहले निधन हो गया था. उनका शव परिजनों ने शाहजमाल कब्रिस्तान में दफना दिया था. शनिवार को उनके भाई का भी इंतकाल हो गया. परिजनों का कहना था कि मृतक की अंतिम इच्छा थी कि उनकी कब्र, उनके भाई के पास ही बनाई जाए, इसी इच्छा को पूरा करने के लिए वे शव को लेकर कब्रिस्तान पहुंचे और भाई की पुरानी कब्र के बगल में गड्ढा खुदवाने पर अड़ गए.
मुतवल्ली का ऐतराजकब्रिस्तान के मुतवल्ली (प्रबंधक) मुईन मोनू ने इस पर ऐतराज जताया. उन्होंने परिजनों से कहा कि पास की कब्र को छेड़ना ठीक नहीं है और विवाद से बचने के लिए कब्र किसी दूसरी जगह खोद ली जाए. लेकिन मृतक के परिजन नहीं माने और अपनी बात पर डटे रहे.
शहर मुफ्ती की अनुमतिकुछ देर की बहस के बाद मृतक के परिजन शहर मुफ्ती से अनुमति का एक पत्र लेकर कब्रिस्तान पहुंचे. अनुमति मिलने के बाद उन्होंने पुरानी कब्र के बिल्कुल पास नई कब्र खोदनी शुरू कर दी. खुदाई के दौरान सात महीने पहले दफनाए गए शव का कफन और हड्डियां बाहर आ गईं. यह नजारा देखकर लोग भड़क गए और कब्रिस्तान में भीड़ इकट्ठा हो गई.
हंगामा और माफीस्थिति बिगड़ते देख मौके पर पुलिस भी पहुंची. विवाद बढ़ने से पहले ही मृतक के परिजनों ने माफी मांग ली और कहा कि उनका मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था, बल्कि सिर्फ मृतक की इच्छा पूरी करनी थी. इसके बाद मामला धीरे-धीरे शांत हुआ. वहीं, पुरानी कब्र से बाहर निकले कफन और हड्डियों को सम्मानपूर्वक इकट्ठा करके एक दूसरी नई कब्र में दोबारा दफना दिया गया.
पुलिस और मुतवल्ली का बयानएएसपी मयंक पाठक ने बताया कि दोनों पक्ष आपसी बातचीत से मान गए हैं और विवाद सुलझा लिया गया है. मामले में किसी भी पक्ष ने पुलिस को शिकायत नहीं दी है. मुतवल्ली मुईन मोनू का कहना है कि वे कब्रिस्तान की करोड़ों रुपये की वक्फ संपत्ति पर मुकदमा लड़ रहे हैं और इसी वजह से कुछ दबंग और असामाजिक तत्व उनके खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि शहर मुफ्ती को भी सही जानकारी दिए बिना ही अनुमति ली गई थी और इस विवाद को जानबूझकर खड़ा किया गया.
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