आजकल सिर्फ ऑनलाइन फ्रॉड ही नहीं, बल्कि लोन के नाम पर भी लोगों को ठगा जा रहा है। फ्रॉड करने वाले इतने चालाक हो गए हैं कि आम लोग बिना कुछ समझे उनके जाल में फसते चले जाते हैं। कई बार तो ऐसा भी होता है कि हमें पता ही नहीं चलता कि हमारे नाम पर कोई लोन लिया गया है। ऐसे में सतर्क रहना बेहद ज़रूरी है। तेलंगाना से एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। तेलंगाना के मर्रेडपल्ली इलाके का एक 45 वर्षीय व्यक्ति हाल ही में लोन धोखाधड़ी का शिकार हो गया। इस व्यक्ति के नाम पर किसी ने ₹12.5 लाख का पर्सनल लोन पास करवा लिया और वह रकम उसके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी गई। इसके बाद फ्रॉड करने वालो ने उसके खाते से यह पूरी रकम अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दी। इतना ही नहीं, पीड़ित के चालू खाते से भी ₹50,700 की राशि गायब हो गई। यानी कुल मिलाकर उससे करीब ₹13 लाख ठग लिए गए ।
कैसे हुई धोखाधड़ीयह धोखाधड़ी किसी आम व्यक्ति द्वारा नहीं की गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह एक हाई-टेक फ्रॉड था, जिसमें या तो बैंक के अंदर के लोगों की मिलीभगत थी या फिर साइबर अपराधियों ने किसी तरीके से पीड़ित के डॉक्यूमेंट्स और बैंक डिटेल्स हासिल कर लीं। इसके ज़रिए लोन के लिए अप्लाई किया गया और फिर पैसा निकाल लिया गया।
इन सुझावों से आप फ्रॉड से बच सकते हैं।संदिग्ध ऐप्स डाउनलोड करने से बचें कई बार हम फ्री सर्विस या किसी ऑफर के चक्कर में ऐसे ऐप्स डाउनलोड कर लेते हैं जो असल में हमारे मोबाइल और डेटा के लिए खतरा बन जाते हैं। इन ऐप्स के ज़रिए फ्रॉड करने वाले आपके फोन तक पहुंच बना लेते हैं और फिर आपकी जानकारी भी चुरा लेते हैं। जिसके बाद आप ठक का शिकार आसानी से हो जाते है।
अनजान लिंक या मैसेज न खोलें
कई बार SMS या ईमेल के ज़रिए ऐसे लिंक भेजे जाते हैं जो आपकी जानकारी को चुरा सकते हैं। इन लिंक पर क्लिक करने से आपके बैंक डिटेल्स, पासवर्ड और अन्य संवेदनशील जानकारी लीक हो सकती है। "TRAI ने सभी मोबाइल कंपनियों को पिछले साल ही कहा था कि 1 अक्टूबर 2024 से SMS में सिर्फ भरोसेमंद और पहले से तय लिंक ही भेजे जाएं, ताकि धोखाधड़ी से बचा जा सके।
तुरंत बैंक को सूचित करें
अगर आपको अपने बैंक अकाउंट या मोबाइल में कोई भी शक पैदा करने वाली हरकत लगे, तो बिना देरी किए बैंक को सूचित करें, या बैंक में जाकर अपनी बात स्पष्ट रूप से बताएं। ज़रूरत हो तो पासवर्ड, UPI पिन या नेटबैंकिंग क्रेडेंशियल्स बदलवाएं।
2FA ज़रूरी है
कई लोग सुविधा के लिए अपने बैंक अकाउंट या ऐप में सीधे लॉग इन करना चाहते हैं और सिक्योरिटी लेयर को नजरअंदाज़ कर देते हैं। लेकिन 2FA एक ज़रूरी स्टेप है, जिससे आपके अकाउंट को अतिरिक्त सुरक्षा मिलती है।
सोशल मीडिया पर सावधानी बरतें
कई लोग सोशल मीडिया पर अपनी फोटो, जन्मतिथि, पता, मोबाइल नंबर, और यहां तक कि अपने क्रेडिट कार्ड की फोटो तक शेयर कर देते हैं। इससे धोखेबाज़ आपकी निजी जानकारी को चुरा सकते हैं और उसका गलत इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
सावधान रहे : यह घटना हमें ये समझाने के लिए काफी है कि टेक्नोलॉजी के इस दौर में लापरवाही कितनी भारी पड़ सकती है। लोन धोखाधड़ी अब कोई अनसुनी बात नहीं रही, और इससे कोई भी व्यक्ति प्रभावित हो सकता है। ऐसे में सतर्कता और जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। इसलिए ध्यान रखें कि कोई भी ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी सही से जांचें करे, अनजान लिंक न खोलें, बैंक से जुड़े किसी भी संदेह पर तुरंत कार्रवाई करें, 2FA जैसे फीचर्स अपनाएं, और सोशल मीडिया पर निजी जानकारी को लेकर सतर्क रहें।
कैसे हुई धोखाधड़ीयह धोखाधड़ी किसी आम व्यक्ति द्वारा नहीं की गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह एक हाई-टेक फ्रॉड था, जिसमें या तो बैंक के अंदर के लोगों की मिलीभगत थी या फिर साइबर अपराधियों ने किसी तरीके से पीड़ित के डॉक्यूमेंट्स और बैंक डिटेल्स हासिल कर लीं। इसके ज़रिए लोन के लिए अप्लाई किया गया और फिर पैसा निकाल लिया गया।
इन सुझावों से आप फ्रॉड से बच सकते हैं।संदिग्ध ऐप्स डाउनलोड करने से बचें कई बार हम फ्री सर्विस या किसी ऑफर के चक्कर में ऐसे ऐप्स डाउनलोड कर लेते हैं जो असल में हमारे मोबाइल और डेटा के लिए खतरा बन जाते हैं। इन ऐप्स के ज़रिए फ्रॉड करने वाले आपके फोन तक पहुंच बना लेते हैं और फिर आपकी जानकारी भी चुरा लेते हैं। जिसके बाद आप ठक का शिकार आसानी से हो जाते है।
अनजान लिंक या मैसेज न खोलें
कई बार SMS या ईमेल के ज़रिए ऐसे लिंक भेजे जाते हैं जो आपकी जानकारी को चुरा सकते हैं। इन लिंक पर क्लिक करने से आपके बैंक डिटेल्स, पासवर्ड और अन्य संवेदनशील जानकारी लीक हो सकती है। "TRAI ने सभी मोबाइल कंपनियों को पिछले साल ही कहा था कि 1 अक्टूबर 2024 से SMS में सिर्फ भरोसेमंद और पहले से तय लिंक ही भेजे जाएं, ताकि धोखाधड़ी से बचा जा सके।
तुरंत बैंक को सूचित करें
अगर आपको अपने बैंक अकाउंट या मोबाइल में कोई भी शक पैदा करने वाली हरकत लगे, तो बिना देरी किए बैंक को सूचित करें, या बैंक में जाकर अपनी बात स्पष्ट रूप से बताएं। ज़रूरत हो तो पासवर्ड, UPI पिन या नेटबैंकिंग क्रेडेंशियल्स बदलवाएं।
2FA ज़रूरी है
कई लोग सुविधा के लिए अपने बैंक अकाउंट या ऐप में सीधे लॉग इन करना चाहते हैं और सिक्योरिटी लेयर को नजरअंदाज़ कर देते हैं। लेकिन 2FA एक ज़रूरी स्टेप है, जिससे आपके अकाउंट को अतिरिक्त सुरक्षा मिलती है।
सोशल मीडिया पर सावधानी बरतें
कई लोग सोशल मीडिया पर अपनी फोटो, जन्मतिथि, पता, मोबाइल नंबर, और यहां तक कि अपने क्रेडिट कार्ड की फोटो तक शेयर कर देते हैं। इससे धोखेबाज़ आपकी निजी जानकारी को चुरा सकते हैं और उसका गलत इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
सावधान रहे : यह घटना हमें ये समझाने के लिए काफी है कि टेक्नोलॉजी के इस दौर में लापरवाही कितनी भारी पड़ सकती है। लोन धोखाधड़ी अब कोई अनसुनी बात नहीं रही, और इससे कोई भी व्यक्ति प्रभावित हो सकता है। ऐसे में सतर्कता और जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। इसलिए ध्यान रखें कि कोई भी ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी सही से जांचें करे, अनजान लिंक न खोलें, बैंक से जुड़े किसी भी संदेह पर तुरंत कार्रवाई करें, 2FA जैसे फीचर्स अपनाएं, और सोशल मीडिया पर निजी जानकारी को लेकर सतर्क रहें।
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