इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में मेजबान टीम 1-0 से आगे है, जिसने लीड्स में 371 रनों का लक्ष्य चेज कर भारत को 5 विकेट से हराया था। इस मैच में कप्तान शुभमन गिल के एक फैसले से पूर्व दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन नाखुश हैं। अश्विन को शार्दुल ठाकुर को शुरुआती गेंदबाजी आक्रमण में शामिल न करना खटका, खासकर तब जब जो रूट बल्लेबाजी कर रहे थे। शार्दुल ने 2021 में रूट को दो बार आउट किया था।
शार्दुल का सीमित उपयोग
लीड्स टेस्ट में शार्दुल ठाकुर को इंग्लैंड की पहली पारी में 39 ओवर बाद गेंदबाजी के लिए लाया गया। गिल के उनके इस्तेमाल से ऐसा नहीं लगा कि टीम को उन पर विकेट लेने का भरोसा था। शार्दुल ने पहली पारी में सिर्फ 6 ओवर में 38 रन दिए और कोई विकेट नहीं लिया। भारत के 471 रनों के जवाब में इंग्लैंड ने 465 रन बनाए। दूसरी पारी में शार्दुल ने 10 ओवर में 51 रन देकर बेन डकेट (149) और हैरी ब्रूक (0) को लगातार गेंदों पर आउट किया।
अश्विन का विश्लेषण
अपने यूट्यूब चैनल पर अश्विन ने कहा, “शार्दुल को टीम में चुना गया, लेकिन पहले 40 ओवर में उन्हें एक भी गेंद नहीं दी गई, जबकि जो रूट क्रीज पर थे। शार्दुल ने रूट के खिलाफ पहले अच्छा प्रदर्शन किया है। मैं शार्दुल को एक क्रिकेटर के रूप में काफी आंकता हूं, अगर उनकी भूमिका को कम नहीं किया जाता।” अश्विन ने जोर देकर कहा कि शार्दुल को सही समय पर गेंद दी जानी चाहिए थी, ताकि वह अंतर पैदा कर सकें।
शार्दुल की भूमिका पर सवाल
अश्विन ने आगे कहा, “शार्दुल ने दूसरी पारी में बेन डकेट और हैरी ब्रूक को आउट किया, जो दर्शाता है कि वह नतीजे दे सकते हैं। लेकिन उनका सही समय पर इस्तेमाल जरूरी है। पहली पारी में उन्हें बेहद कम गेंदबाजी दी गई, और दूसरी पारी में भी उनकी भूमिका सीमित रही। उनके प्रदर्शन पर बहस करना अनुचित है, क्योंकि उन्हें पर्याप्त मौके नहीं मिले।”