पाकिस्तान की 84 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप के बाद 13वें ओवर में पाकिस्तान 113/1 पर मजबूत स्थिति में था, लेकिन उसके बाद वो हुआ जिसकी पाकिस्तान ने उम्मीद नहीं की होगी। अगले 7 ओवर में उन्होंने 9 विकेट गंवा दिए और सिर्फ 33 रन ही जोड़ पाए।
कुलदीप यादव शानदार फॉर्म में थे, उन्होंने 4 विकेट लिए, जिनमें से 3 विकेट एक ही ओवर में थे। वरुण, अक्षर और बुमराह ने भी दो-दो विकेट लिए। अब भारत को अपना 9वां एशिया कप खिताब जीतने के लिए 147 रनों की जरूरत है।
पाकिस्तान की शुरुआत शानदार रही, साहिबजादा फरहान ने 57 और फखर जमान ने 46 रन बनाए, लेकिन कुलदीप, जसप्रीत बुमराह (2/25), वरुण चक्रवर्ती (2/30) और अक्षर पटेल (2/26) ने बाकी बल्लेबाजों को आउट कर पाकिस्तान की कमर तोड़ कर रख दी।
टॉस के समय भारत के लिए कुछ बुरी खबर थी, हार्दिक पांड्या चोट के कारण बाहर हैं और उनकी जगह रिंकू सिंह को शामिल किया गया। इसके अलावा, हर्षित राणा और अर्शदीप सिंह की जगह जसप्रीत बुमराह और शिवम दुबे टीम में वापस आए।
टॉस के समय फिर दिखाई दिया तनावग्रुप स्टेज और सुपर फोर में हुई पिछली दो मुलाकातों की तरह ही, टॉस के समय भी तनाव साफ दिखाई दिया, क्योंकि भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव और पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा ने एक-दूसरे से हाथ नहीं मिलाया।
दोनों के बीच कोई औपचारिक हाथ मिलाना नहीं हुआ। मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट, जिन्होंने दोनों प्रतिद्वंद्वियों के बीच हुए दोनों मैचों में रेफरी की भूमिका निभाई थी, फाइनल में नहीं थे। उनकी जगह रिचर्डसन थे।
नियमों से एक और हटकर, पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वकार यूनिस टॉस के समय मौजूद थे और उन्होंने रवि शास्त्री के बजाय आगा से बातचीत की। आमतौर पर टॉस के दौरान केवल एक ही ब्रॉडकास्टर होता है।
सूत्रों के अनुसार, एशियाई क्रिकेट काउंसिल ने टॉस के समय एक निष्पक्ष ब्रॉडकास्टर को शामिल करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन बीसीसीआई ने मना कर दिया। इसके बाद, पीसीबी ने अपने प्रेजेंटर के तौर पर एक पाकिस्तानी नागरिक की मांग की, और अंत में एसीसी ने वकार यूनुस को चुना।
You may also like
7.80 करोड़ रुपये के ड्रग्स के साथ दो नाइजीरियन गिरफ्तार
भरतपुर में प्रार्थना सभा पर विवाद, धर्मांतरण के आरोप के बाद बजरंग दल का हंगामा
Upper Circuit Share: अडानी का साथ मिलते ही 20% के अपर सर्किट में पहुंचा यह शेयर, कंपनी को हर साल होगी ढेर सारी कमाई
नामीबिया: आग से धधक रहा इटोशा अभयारण्य, बुझाने के लिए सरकार ने ली सेना की मदद
Garud Puran: मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा कैसे शुरू होती है? कैसे मिलता है स्वर्ग नर्क, क्या भोगना पड़ता है, जानें यहाँ