भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के दौरान स्थगित किया गया आईपीएल 2025 शनिवार को एक बार फिर शुरू हुआ. लेकिन पहला मैच ही बारिश से धुल गया.
इस मैच से भले ही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को केवल एक अंक हासिल हुआ लेकिन यह टीम को पॉइंट टेबल के टॉप पर पहुंचाने में कामयाब रहा.
इसी सोमवार (12 मई) को विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी. उस घोषणा के बाद विराट पहली बार मैदान में उतरने वाले थे तो मैच देखने विराट की टेस्ट जर्सी में उनके
नौ दिन के ब्रेक के बाद आईपीएल के अंतिम चरण में बचे हुए 13 लीग मुक़ाबलों को छह वेन्यू पर कराने का फ़ैसला लिया गया.
वहीं प्लेऑफ़ का आयोजन कहां होगा ये फ़ैसला अभी नहीं लिया गया है.
प्लेऑफ़ 29 मई से 3 जून तक आयोजित किए जाने हैं.
- पहला क्वालिफ़ायर 29 मई
- एलिमिनेटर 30 मई
- दूसरा क्वालिफ़ायर 1 जून
- फ़ाइनल 3 जून
बीती रात पिछली चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम भी प्लेऑफ़ के मुक़ाबले से बाहर हो गई. चेन्नई सुपर किंग्स, राजस्थान रॉयल्स और सनराइज़र्स हैदराबाद की टीमें पहले ही बाहर हैं.
प्लेऑफ़ में केवल चार टीमें जाएंगी, इस रेस में अब केवल छह टीमें बची हैं.
चलिए देखते हैं प्लेऑफ़ की रेस में ये छह टीमें कहां मौजूद हैं और उनके आगे क्या चुनौतियां हैं?
सबसे पहले बात आरसीबी की जो 12 मैचों में 17 अंक के साथ इस समय नंबर-1 पर है.
आरसीबी इतने अंकों के साथ भी प्लेऑफ़ के लिए अभी क्वालिफ़ाई नहीं कर सकी है क्योंकि इस रेस में मौजूदा सभी छह टीमें इतना अंक बटोर सकती हैं.
ज़ाहिर है कम से कम 18 अंक पाकर ही आरसीबी प्लेऑफ़ में अपनी जगह पक्की कर सकती है.
आरसीबी बिल्कुल नहीं चाहेगी कि वो पिछले साल की तरह पॉइंट टेबल में तीसरे या चौथे पायदान पर रहे. ऐसा होने पर उसे फ़ाइनल में पहुंचने के लिए लगातार दो मैच जीतने होंगे.
वहीं अगर आरसीबी ने दोनों मैच जीत लिए तो टॉप- 2 टीमों में शामिल होगी.
इसका फ़ायदा ये है कि केवल पहला क्वालिफ़ायर जीतकर ही फ़ाइनल का टिकट हासिल होने का शानदार मौक़ा मिलेगा. वहीं अगर हार गए तो भी एक मौक़ा और मिलता है. दूसरे क्वालिफ़ायर से होते हुए फ़ाइनल तक का सफ़र पूरा किया जा सकता है.
आईपीएल के पिछले 17 साल के इतिहास में केवल एक ही बार ऐसा हुआ था जब पॉइंट टेबल की टॉप-2 टीमों से बाहर की टीम ने ख़िताब हासिल किया हो.
यह 2016 में हुआ था, तब सनराइज़र्स हैदराबाद की टीम चैंपियन बनी थी.
पॉइंट टेबल में दूसरे पायदान पर गुजरात टाइटंस की टीम है. 11 में से 8 मैच जीत चुकी शुभमन गिल के नेतृत्व वाली ये टीम अभी तीन मुक़ाबले और खेलेगी.
यानी केवल एक जीत उसे 16 से 18 अंकों पर पहुंचा देगी और साथ ही प्लेऑफ़ का टिकट भी हासिल हो जाएगा.
हालांकि यहां से अगर वो अपने सभी मुक़ाबले हार जाती है, तो प्लेऑफ़ का दरवाज़ा बंद भी हो सकता है क्योंकि कम से कम पांच टीमें 17 या उससे अधिक अंकों तक पहुंच सकती हैं.
प्लेऑफ़ में अपना स्थान पक्का करने के लिए गुजरात टाइटंस आज ही दिल्ली कैपिटल्स के साथ उनके होमग्राउंड में मुक़ाबला कर रही है.
इसके बाद, बाकी दो मैच 22 मई को लखनऊ सुपर जायंट्स और 25 मई को चेन्नई सुपर किंग्स के साथ उसे अहमदाबाद में ही खेलने हैं.
यह उसका होमग्राउंड भी है, जहां इस सीज़न में जीत का रिकॉर्ड 4-1 से गुजरात के पक्ष में ही रहा है.

श्रेयस अय्यर के नेतृत्व वाली इस टीम के अभी तीन और मुक़ाबले बाकी हैं. लेकिन उसे ये सभी मैच जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेलने हैं जहां आईपीएल में उनका रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है.
सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए पांच में से चार मैच पंजाब की टीम हार चुकी है. ये सभी मुक़ाबले राजस्थान की टीम के ख़िलाफ़ खेले गए थे, जो इसी स्टेडियम में आज रात पंजाब के सामने होगी.
पंजाब को इस मैदान पर एकमात्र जीत 2019 में मिली थी, जो इन दोनों टीमों के बीच इस स्टेडियम में खेला गया आख़िरी मुक़ाबला है.
यानी दोनों टीमें छह साल बाद इस स्टेडियम में आमने सामने होंगी.
दूसरा मैच लखनऊ सुपर जायंट्स से है. पंजाब और लखनऊ दोनों ने अब तक छह मैच खेले हैं और 3-3 जीत से मामला बराबरी का है.
तीसरे मैच में उसे मुंबई इंडियंस के साथ मुक़ाबला करना है. दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर होती रही है और जीत का रिकॉर्ड 15-17 से मुंबई के पक्ष में है.
अभी पंजाब के 15 अंक हैं. अगर वो अगले तीन में से सभी तीन मैच हार गई तो प्लेऑफ़ में पहुंचने की उम्मीद न के बराबर रह जाएगी. जबकि केवल एक मुक़ाबला जीतने की स्थिति में उसके 17 अंक ही होंगे और दूसरी टीमों पर निर्भर रहना होगा.
मुंबई इंडियंसमुंबई इंडियंस के 14 अंक हैं. वो अंकतालिका में फ़िलहाल चौथे पायदान पर है. प्लेऑफ़ में पहुंचने के लिए उसे अगले दोनों लीग मैच जीतने होंगे.
21 मई को अपने होमग्राउंड वानखेड़े के मैदान पर दिल्ली कैपिटल्स से भिड़ना है तो पंजाब किंग्स से सवाई मानसिंह स्टेडियम, जयपुर में 26 मई को भिड़ना है.
एक भी मैच हारने की स्थिति में आईपीएल के इस सीज़न के प्लेऑफ़ की रेस से बाहर होना पड़ सकता है.
अगर ऐसी स्थिति आई कि मुंबई इंडियंस के प्लेऑफ़ का फ़ैसला नेट रन रेट से करना पड़ा तो उसे इसका बहुत लाभ मिल सकता है क्योंकि फिलहाल यह 1.156 है.
इस सीज़न में चार मैच जीतकर धमाकेदार शुरुआत करने वाली दिल्ली कैपिटल्स की टीम के बचे हुए तीन मुक़ाबले गुजरात टाइटंस, मुंबई इंडियंस और पंजाब किंग्स के साथ हैं.
अगर यह टीम एक बार फिर अपनी फॉर्म में वापस आई और लगातार तीनों मैच जीत गई तो प्लेऑफ़ में 19 अंकों के साथ दमदार एंट्री कर सकती है.
लेकिन हाल के फॉर्म को देखते हुए इसकी संभावना कम ही लगती है. अभी दिल्ली के केवल 13 अंक हैं तो उसे कम से कम प्लेऑफ़ की रेस में बने रहने के लिए कम से कम 2 मैच तो जीतने ही होंगे.
लखनऊ सुपर जायंट्सलखनऊ सुपर जायंट्स के पास केवल 10 अंक हैं और उसे तीन मैच और खेलने हैं. सभी तीन मैच जीतने पर भी उसके 16 अंक ही होंगे.
ऐसे में कुछ उलट पुलट होने पर ही उनके प्लेऑफ़ में पहुंचने की उम्मीद बन सकेगी. एक भी मैच हारे तो सीधा बाहर.
सोमवार को सनराइज़र्स हैदराबाद से अपने होम ग्राउंड पर वो भिड़ने वाले हैं. अगर यह मुक़ाबला बड़े अंतर से जीत गए तो न केवल नेट रन रेट सुधारने में मदद मिलेगी, बल्कि, थोड़ी ही सही पर प्लेऑफ़ की संभावना बरकरार रहेगी.
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