अलवर जिले में दिव्यांगों को उनकी पात्रता के अनुसार सरकारी योजनाओं से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए 15 मई से प्रोजेक्ट 'पहचान' (अलवर की पहचान आत्मनिर्भर दिव्यांग) का शुभारंभ किया जाएगा। जिला कलक्टर डॉ. अर्तिका शुक्ला ने बताया कि जिले में अभियान दो चरणों में क्रियान्वित किया जाएगा। पहला चरण 15 मई से 6 अगस्त तक तथा दूसरा चरण 7 अगस्त से चलेगा। अभियान के क्रियान्वयन के लिए एडीएम द्वितीय को जिला स्तरीय नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसी प्रकार ब्लॉक स्तर पर अभियान के क्रियान्वयन के लिए उपखंड अधिकारी को नोडल अधिकारी तथा विकास अधिकारी को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। विभागीय समन्वय के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक को समन्वयक बनाया गया है।
प्रथम चरण में यह कार्य
अभियान के प्रथम चरण में दिव्यांगजनों को आवागमन के लिए सुगम एवं बाधारहित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए सरकारी भवनों, बैंक परिसरों में रैम्प, रेलिंग एवं साइन बोर्ड (दिव्यांग अनुकूल) आदि का निर्माण कराया जाएगा। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, चिकित्सा, महिला एवं बाल विकास तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग दिव्यांगजनों का घर-घर जाकर सर्वे कर उन्हें चिन्हित करेंगे तथा पात्र वंचित लाभार्थियों को योजनाओं से जोड़ने के लिए शिविरों का आयोजन करेंगे।इसी प्रकार शिक्षा विभाग दिव्यांग बच्चों की पहचान कर उनका डिजिटल प्रशिक्षण, दिव्यांगजनों का कौशल विकास प्रशिक्षण तथा राजीविका के माध्यम से दिव्यांग महिलाओं का सशक्तिकरण, समूह गठन कर उन्हें डिजिटल साक्षर बनाने की दिशा में कार्य करेगा।
द्वितीय चरण में यह कार्य किया जाएगा
अभियान के द्वितीय चरण में दिव्यांगजनों को उपकरण वितरण एवं विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा तथा दिव्यांगजनों को आर्थिक उत्थान योजनाओं से जोड़ा जाएगा।
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