
जोधपुर। शहर में बढ़ती गर्मी और इंदिरा गांधी नहर क्लोजर के बाद हर वर्ष पेयजल संकट गहरा जाता है। मगर जलदाय विभाग इस ओर ध्यान नहीं देता है। इस बार भी यह ही हाल शहर और आस पास के गांवों का हो रखा है। जलदाय विभाग लाख दावें कर रहा है पेयजल संकट नहीं आएगा। मगर विगत पंद्रह दिनों में शहर में पानी को लेकर त्राहि- त्राहि मची हुई है। शहर के कई इलाकें पेयजल संकट से बुरी तरह गुजर रहे है। आज सुबह जोधपुर जयपुर हाइवे पर ऐसा ही नजारा देखने को मिला पानी की मांग को लेकर लोग सडक़ पर उतर आए। हाइवे को जाम कर दिया। आने जाने वाले वाहन रूक गए। जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गई। विरोध स्वरूप महिलाएं भी सडक़ पर उतरीं और मटकियां फोडक़र प्रदर्शन किया।
शहर में गर्मी की दस्तक के साथ ही पेयजल आपूर्ति में कटौती करनी जलदाय विभाग ने शुरू कर दी और महिने में घोषित चार दिन और अघोषित छह दिन की कटौती के चलते पेयजल की समस्सया गहराती जा रही है। दूसरी तरफ जलदाय विभाग और डिस्कॉम की मिलीभगत कहे या शहरवासियों का दुर्भाग्य कि पेयजल आपूर्ति के समय अधिकांश क्षेत्रों में बिजली कटौती भी हो रही है। आज सुबह भी बनाड़ क्षेत्र में पेयजल की अनियमित सप्लाई से परेशान लोगों के सब्र का प्याला छलक उठा और उन्होंने जोधपुर जयपुर हाईवे पर ही रास्ता जाम कर दिया। अचानक हुए रास्ता जाम की घटना से इस मुख्य सडक़ पर दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। पुलिस और प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइश के प्रयास कि ए। इस दौरान आक्रोशित महिलाओं और क्षेत्रवासियों ने सडक़ पर जमकर मटकियां फोडक़र आक्रोश भी व्यक्त किया।
You may also like
आईपीएल पर सट्टा लगा रहे दो सटोरिया गिरफ्तार
चोरी की 11 साइकिल के साथ दो गिरफ्तार
इस्पात हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़, कोयला और खदानें मजबूत आधार: जी किशन रेड्डी
सोनीपत के आनंदपुर झरोठ में प्रशासन का रात्रि ठहराव,ग्रामीणों की सुनी समस्याएं
पलवल: प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम रखना सरकार की प्राथमिकता : उपायुक्त